
लखनऊ एजेंसी। यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज पहला दिन है। सपा की बागी विधायक पल्लवी पटेल और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की तीखी बहस हुई। पल्लवी पटेल ने कहा- मैं यहां से चली जाऊंगा। जवाब में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि चली जाइए। इनका कुछ भी लिखा नहीं जाएगा। न ही माइक चालू होगा। इसके बाद पल्लवी सदन छोड़कर चली गईं। अब चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास अकेले धरने पर बैठ गई हैं। इससे पहले, सपा विधायक वेल तक पहुंच गए थे। यह देखकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना अपनी सीट छोड़कर खड़े हो गए थे। उन्होंने काफी देर तक सपा विधायकों को समझाया, लेकिन वे अपनी सीट पर नहीं लौटे। इसके बाद महाना ने गुस्से में हेडफोन फेंक दिया था। हंगामे के बीच मछली शहर से विधायक रागिनी सोनकर ने कहा-जब सरकार गूंगी हो जाती है, तो विपक्ष को चिल्लाना पड़ता है।चार दिन तक चलने वाले इस सत्र में प्रदेश सरकार की ओर से 10 अहम अध्यादेश पेश किए जाएंगे। सत्र के दौरान सपा और कांग्रेस बहराइच दंगे और संभल हिंसा पर सरकार को घेरेंगे। अफसर गुमराह कर रहे- माता प्रसाद पांडेय नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा- बहराइच थानाधिकारी ने फोर्स मांगी थी, लेकिन फोर्स नहीं मिली। अनूप शुक्ला के शोरूम को जलाया गया। पुलिस अधीक्षक के स्तर पर गलती हुई है, इसकी जांच करनी चाहिए। बहराइच की घटना की जांच होनी चाहिए। अधिकारी गुमराह कर रहे हैं। अच्छा है कि संभल का मंदिर खुल गया। उत्तर प्रदेश की धरती को साम्प्रदायिक आग में जाने से रोकिए। यदि साम्प्रदायिक आग में धकेला गया, तो पूरे यूपी को नुकसान होगा। हम पत्थर या गुम्मा नहीं चलाते हैं कुंडा से विधायक राजा भैया ने कहा कि संभल में सर्वे कोर्ट के आदेश पर हुआ है। इससे पहले जितने लोग संभल बोले। किसी ने पत्थरबाजी का जिक्र नहीं किया। बहराइच में रामगोपाल मिश्र की निर्मम हत्या की गई। जिन विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिमों की संख्या हिंदुओं से कम है, तो क्या वे लूटकर जीतकर आए हैं? यह रामवीर सिंह का अपमान है। जिन पुलिसकर्मियों पर गोली चली, उनकी चर्चा नहीं हुई। हमने किसी के धर्म स्थल तोड़कर मंदिर नहीं बनाया। और हम किसी सर्वे में बाधक नहीं बनेंगे। पत्थर या गुम्मा नहीं चलाएंगे।
लोगों को काट रहे सीएम सपा के संग्राम सिंह यादव ने कहा- च्क्। की एकता से बीजेपी घबराई है, इसलिए जगह-जगह दंगे करा रही है। बीजेपी सरकार संविधान के अनुसार नहीं चलना चाहती है। मुख्यमंत्री बंटेंगे तो कटेंगे नारे से लोगों को काट रहे हैं। 69000 शिक्षकों की भर्ती में ओबीसी के हक को काटा। पिछड़े दलित और मुसलमान पर अत्याचार बढ़ा है। सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद कि उसने समय-समय पर राज्य सरकार को रोका। बहराइच में प्रशासन फेल हुआ। कुंदरकी, मीरापुर और फूलपुर में बंदूक की नोक पर वोट देने से रोका गया। हमसे परेशानी तो वोट का अधिकार छीन लें इकलाब ने कहा- संभल हिंसा में 2700 लोगों के खिलाफ थ्प्त् दर्ज की गई। प्रदेश में अमन शांति बनाए रखें। आप सीएम ही नहीं, एक पिठाधिश्वर भी हैं। 1996 में कल्याण सिंह ने इफ्तार का आयोजन करवाया। आप भी वैसे बन जाएं। हमसे इतनी परेशान है तो हम से वोट का अधिकार छीन लीजिए। संभल हिंसा की विधानसभा कमेटी से जांच कराएं। अध्यक्ष जी हमें प्रताड़ित किया जा रहा है। शक की नजर से देखा जा रहा है हिंदू मुसलमान क्यों करा रहे हो। संभल की जनता ऐसा नहीं चाहती है। लखनऊ से सब कराया जा रहा है।
सपा के प्रतिनिधि मंडल को नहीं जाने दिया गया। नेता प्रतिपक्ष को नजरबंद किया गया। मुख्यमंत्री को भर्मित किया जा रहा है। संभल से किसी को भगाया नहीं है। लोगों के मन में घबराहट रहती है, इसलिए लोग वहां से चले गए। मुख्यमंत्री अपनी सियासत के चक्कर में मुसलमान को दूर कर रहे हैं। कुंदरकी में मुस्लिम से वोट की ताकत को छीन लिया गया। 45 मिनट पहले सरेआम पुलिस पर गोली चलाई गई- भाजपा विधायक लोनी से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा- सरेआम पुलिस पर गोली चलाई गई। 51 मिनट पहले सपा विधायक बोले- संभल में सर्वे के बाद जय श्रीराम के नारे लगे
माता प्रसाद पांडेय ने संभल और बहराइच का मुद्दा उठाया। संभल विधायक इकबाल महमूद ने मुद्दा रखते कहा- 24 नवंबर को एक अर्जी कोर्ट में दी गई। इसमें शाही जामा मस्जिद के सर्वे की अर्जी दायर हुई। 2 घंटे में ही सर्वे की कार्यवाही शुरू हुई। सर्वे के बाद जय श्रीराम के नारे लगाए गए। इससे लोग आक्रोशित हो गए। 29 तक सर्वे करना था, लेकिन लखनऊ के आदेश से 24 को ही सर्वे हुआ, ताकि कुंदरकी में उपचुनाव में हुई गड़बड़ी को दबाया जा सके। मैं भी नहीं था, संभल के सांसद नहीं नहीं थे, फिर भी मुकदमा दर्ज किया। लोगों के खिलाफ झूठे मुकदमा दर्ज कर प्रताड़ित किया गया। सरकार का नारा है न बटेंगे न कटेंगे। संभल की जनता भी एक है- बटेंगे नहीं 56 मिनट पहले मान सिंह ने कहा- संभल की घटना बहुत बड़ा स्कैम विधान परिषद में मान सिंह ने कहा- संभल की घटना बहुत बड़ा स्कैम है। इस देश का संविधान सर्वोच्चपरि है। 5 बेगुनाह मारे गए सपा ने उन्हें 5 लाख की सहायता दी। भाजपा लड़ाना चाहती है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पुलिस सत्ता का आनद ले रही है। पुलिस कहां पहुंच गई? 5 लोगों की हत्या कर दी। कोर्ट ने एक अन्य मामले में कहा- मेरे आदेश मनोरंजन के लिए नहीं हैं। ये खुद दंगाई तैयार करते हैं। भाजपा गांधी का नहीं गोडसे का देश बनाना चाहती है। जो सांसद वहां थे ही नहीं, उनके खिलाफ दंगा भड़काने का मामला दर्ज हुआ। अनुप्रिया के मंत्री पति ने दी इस्तीफे की धमकी लखनऊ एजेंसी। योगी सरकार में मंत्री और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल ने इस्तीफे की धमकी दी है। कहा- मेरी राजनीतिक हत्या कराने की साजिश हो रही है। सीएम आरोपों की सीबीआई से जांच करा लें। पीएम मोदी जिस दिन आदेश करेंगे, मैं एक सेकंड में इस्तीफा दे दूंगा। मंत्री पर आरोप है कि उन्होंने पॉलिटिकल कॉलेजों में प्रमोशन कर लेक्चरर्स को विभागाध्यक्ष बना दिया। इससे आरक्षित वर्ग के लेक्चरर्स विभागाध्यक्ष बनने चूक गए। भाजपा विधायक मीनाक्षी सिंह ने मंत्री की शिकायत सीएम योगी से की है। सपा विधायक पल्लवी पटेल ने कहा- प्रमोशन में भारी घोटाला हुआ है। 250 लेक्चरर्स से 25-25 लाख रुपए की वसूली की गई। वहीं, मंत्री आशीष ने दैनिक भास्कर से बातचीत में आरोप को बेबुनियाद बताया। कहा- कमेटी की सिफारिश के अनुसार ही पदोन्नति की गई। लखनऊ एजेंसी। यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज पहला दिन है। सपा की बागी विधायक पल्लवी पटेल और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की तीखी बहस हुई। पल्लवी पटेल ने कहा- मैं यहां से चली जाऊंगा। जवाब में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि चली जाइए। इनका कुछ भी लिखा नहीं जाएगा। न ही माइक चालू होगा। इसके बाद पल्लवी सदन छोड़कर चली गईं। अब चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास अकेले धरने पर बैठ गई हैं। इससे पहले, सपा विधायक वेल तक पहुंच गए थे। यह देखकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना अपनी सीट छोड़कर खड़े हो गए थे। उन्होंने काफी देर तक सपा विधायकों को समझाया, लेकिन वे अपनी सीट पर नहीं लौटे। इसके बाद महाना ने गुस्से में हेडफोन फेंक दिया था। हंगामे के बीच मछली शहर से विधायक रागिनी सोनकर ने कहा-जब सरकार गूंगी हो जाती है, तो विपक्ष को चिल्लाना पड़ता है।चार दिन तक चलने वाले इस सत्र में प्रदेश सरकार की ओर से 10 अहम अध्यादेश पेश किए जाएंगे। सत्र के दौरान सपा और कांग्रेस बहराइच दंगे और संभल हिंसा पर सरकार को घेरेंगे।