लखनऊ एजेंसी । लखनऊ मेयर डॉक्टर सुषमा खर्कवाल ने लगातार दूसरे दिन नगर निगम कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने स्टॉफ के बारे में जानकारी लीं। मौके से शिकायतकर्ताओं को भी फोन कर समस्याएं पूछीं। अटेंडेंस रजिस्टर चेक करने के बाद उन्होंने कहा- अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वह समय से ड्यूटी आएं। जनता से जुड़े काम को प्राथमिकता दें। मेयर ने कहा- कल मुख्यालय का निरीक्षण करने के बाद आज अधिकारी और कर्मचारी सतर्क हो गए हैं। निरीक्षण के दौरान कुछ कमियां मिली हैं। उसे दूर करने का निर्देश दिया है। मौके पर नहीं पहुंचे कर्मचारियों की भी जानकारी ली गई है। जो कर्मचारी आउट डोर ड्यूटी पर तैनात थे उनको भी निर्देशित किया गया है। मेयर का कहना है कि हमारी जवाबदेही जनता के प्रति है। हम जनता के लिए काम कर रहे हैं। अधिकारी और कर्मचारी समय पर जब कार्यालय नहीं पहुंचेंगे तो काम नहीं होगा। गत दिवस को मुख्यालय पर जो अधिकारी-कर्मचारी नहीं मिले उनका वेतन काटा जाएगा। इसकी रिपोर्ट बना रही हूं। इसे शासन को भेजा जाएगा। बुधवार को भी महापौर सुषमा खर्कवाल लखनऊ नगर निगम कार्यालय पहुंची थीं। यहां अधिकारियों के नहीं मिलने पर वह भड़क गईं। उन्होंने कहा- सुबह 10 बजे से ड्यूटी शुरू हो जाती है। अधिकारी, बाबू और चपरासी 11 बजे तक ड्यूटी पर नहीं आए हैं। सभी की रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजेंगे। आउटडोर ड्यूटी ही करनी है तो कुर्सियां क्यों लगाई गईं हैं। महापौर सुषमा खर्कवाल को मौके पर सिर्फ दो अधिकारी ड्यूटी पर तैनात मिले। टैक्स अधिकारी डॉक्टर अशोक सिंह और अपर नगर आयुक्त अरविंद राव ऑफिस में बैठे थे। इनके अलावा कोई अपर आयुक्त स्तर का अधिकारी ड्यूटी पर नहीं पहुंचा था। इस दौरान भड़की महापौर ने कहा- जो लोग नहीं आए हैं सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी।