बहराइच एजेंसी। बहराइच हिंसा मामले में बुलडोजर एक्शन को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने यूपी सरकार को कल यानी बुधवार तक बुलडोजर की कार्रवाई नहीं करने के आदेश दिए। जज ने कहा-बुलडोजर एक्शन को लेकर निर्देश दिए गए हैं। अगर यूपी सरकार आदेश का उल्लंघन करके रिस्क लेना चाहती है तो फिर यह उनकी मर्जी है।
सुप्रीम कोर्ट में कल इस मामले में सुनवाई होगी। हालांकि दो दिन पहले लखनऊ हाईकोर्ट ने इस मामले में बुलडोजर कार्रवाई पर 15 दिनों के लिए रोक लगा दी है। इधर, महसी से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा- 13 अक्टूबर को दंगे के दौरान उनकी गाड़ी पर हमला हुआ था। इसकी उन्होंने 4 दिन बाद एफआईआर दर्ज कराई थी। वह एफआईआर हमले से जुड़ी हुई थी न कि दंगे भड़काने की। वहीं, महराजगंज में हालात अब भी सामान्य नहीं हो पाए हैं। कुछ दुकानें खुल रहीं हैं, ज्यादातर बंद हैं। पुलिस फोर्स जगह-जगह तैनात है। अम्बेडकर नगर के कटेहरी से सपा प्रत्याशी शोभावती वर्मा ने आज नामांकन दाखिल किया। उनके साथ पति सांसद लालजी वर्मा, सपा विधायक राम अचल राजभर, त्रिभुवन दत्त भी मौजूद थे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा-यूपी सरकार जोखिम उठाना चाहती है तो उनकी मर्जी: दरअसल, च्ॅक् ने बहराइच में हिंसा के बाद 23 घरों में अतिक्रमण हटाने का नोटिस चस्पा किया था। बहराइच हिंसा से जुड़े 3 आरोपियों और उनके रिश्तेदारों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। इसमें मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद की बेटी भी थी। मंगलवार को याचिकाकर्ताओं की ओर से सीनियर एडवोकेट सीयू सिंह ने जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच के समक्ष मामला उठाया। इस पर यूपी सरकार की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के एम नटराज ने बताया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मामले पर विचार किया है और नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है। सुनवाई के दौरान जस्टिस बीआर गवई ने कहा-अगर यूपी सरकार हमारे आदेश की अवहेलना का जोखिम उठाना चाहती है तो वो उनकी मर्जी। वैसे हमने ये कहा है कि अगर सार्वजनिक स्थल पर अतिक्रमण है तो मेरे आदेश में वो भी साफ लिखा है। याचिकाकर्ताओं के वकील ने कहा-हाईकोर्ट ने कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की। फिर कोर्ट ने राज्य सरकार को मौखिक रूप से कहा है कि आप (राज्य सरकार) कल तक कार्रवाई नहीं करेंगे। भाजपा विधायक ने कहा-13 अक्टूबर को मेरी गाड़ी पर पथराव किया: बहराइच के महसी से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने प्रेस कॉन्फेंस की। इस दौरान कहा कि शहर के जिला अस्पताल के सामने हिंसा में मारे गए राम गोपाल का शव रखा था। हम सभी वहां पर गए उस समय बड़ी संख्या में उपद्रवी जो कि नशे में थे, उन्होंने हमला कर दिया। मॉर्च्युरी का दरवाजा तोड़ने के साथ हमारी गाड़ी पर पथराव किया। ये घटना 13 तारीख की है। मैंने 4 दिन बाद तहरीर दी। इस पर पुलिस ने थ्प्त् दर्ज की। मुझे पता भी नहीं था कि इसमें कोई भाजपा नेता भी शामिल है। बाद में पता चला कि अर्पित श्रीवास्तव भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी हैं । पुलिस अपना काम कर रही है जो विवेचना होगी उस आधार पर कार्रवाई होगी। इसे लेकर विपक्ष का ये कहना की भाजपा ने दंगा कराया सरासर गलत है।