मेरठ। चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के अटल सभागार में राष्ट्रीय वैदिक हिंदू संगठन भारत द्वारा आयोजित 3 दिवसीय श्रीराम कथा का शुभारंभ हुआ। शुभारंभ के प्रथम दिन कथा व्यासपीठ से स्वामी दिलीप दास महाराज (रघुवंश संकल्प सेवा ट्रस्ट श्री अयोध्या धाम के अध्यक्ष) ने प्रभु श्रीराम के जन्म की कथा सुनाई। साथ ही उन्होंने आत्मा को तृप्त करने के उपाय भी बताए। उन्होंने कहा कि अंतःकरण में क्रांति आने पर ही राष्ट्र में क्रांति आती है और राष्ट्र निर्माण होता है। उन्होंने दो महा पुराण भागवत महापुराण और रामचरित्र मानस की व्याख्या करते हुए राम चरित्र मानस की विशेषता है यह जीवन की कला सिखाती है। जबकि भागवत कथा मोक्ष का मार्ग दिखाती है मोक्ष का तात्पर्य क्षय है संपत्ति, शक्ति, परिवार, मोह माया का नाश ही मोक्ष कहलाता है। कथा के मुख्य यजमान शीतल गहलो राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय वैदिक हिंदू संगठन भारत, रामवीर सोम राष्ट्रीय सचिव राष्ट्रीय वैदिक हिंदू संगठन भारत, एवं आलोक सिसौदिया संयोजक पश्चिम उत्तर प्रदेश भाजपा रहे। विशिष्ट अतिथि गणों में हरिनाथ सिंह यादव (जीएसटी कमिश्नर नोएडा), अनय कुमार मिश्रा, अमरीश शर्मा, सुनील कुमार सिह रहे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय वैदिक हिंदू संगठन भारत की अध्यक्षा शीतल गहलोत,,रामवीर सोम, रवि कुमार रस्तोगी,अजय कुमार, गिरीश बंसल, पारस गुप्ता उपस्थित रहे।