मुख्य चुनाव अधिकारी करेंगे 1 सितम्बर को सभी पदों पर अधिकारिक घोषणा
मेरठ। उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक ऐतिहासिक महत्व के महाविद्यालय मेरठ कॉलेज मेरठ की प्रबंध कार्यकारिणी के चुनाव की तस्वीर पूरी तरह साफ हो गई है।
21 सदस्य कार्यकारिणी के लिए 22 प्रत्याशियों ने फॉर्म जमा किये गये थे। कार्यकारिणी के सदस्यों में विजय प्रकाश मित्तल ने अपना नामांकन फॉर्म वापस ले लिया। उन्होंने निर्धारित समय से पूर्व ही अपना नामांकन वापस ले लिया। जिसके कारण अब प्रबंध कार्यकारिणी के 21 सदस्यों का ही नामांकन अंतिम हो गया है, और क्योंकि 21 सदस्य ही कार्यकारिणी के चुने जाने हैं। अतः कार्यकारिणी सदस्यों के चुनाव की भी अब कोई आवश्यकता नहीं रही।
बतादे कि प्रबंध तंत्र के अध्यक्ष पद पर डॉक्टर ओम प्रकाश अग्रवाल ने नामांकन दाखिल किया था। इसके बाद उपाध्यक्ष पद पर अमित बंसल, सचिव पद पर विवेक कुमार गर्ग एवं अतिरिक्त सचिव पद पर शुभेंदु मित्तल ने अपना नामांकन किया था। अर्थात इन ऊपर के चारों पदों पर केवल एक-एक ही नामांकन पत्र दाखिल हुआ। जिसके कारण से इन चारों पदों पर इन सभी का निर्विरोध रूप से निर्वाचित हो जाना तय हो गया था।
मुख्य चुनाव अधिकारी डा युद्धवीर सिंह ने मेरठ कॉलेज के चुनाव में भाग लेने वाले प्रत्याशियों की अंतिम सूची का प्रकाशन कर दिया है। मेरठ कॉलेज के प्रेस प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी प्रोफेसर चंद्रशेखर भारद्वाज ने बताया कि भले ही चुनाव मैदान में किसी भी पद पर किसी विरोधी प्रत्याशी ने नामांकन नहीं किया है किंतु फिर भी चुनाव कार्यक्रम के अनुसार 1 सितम्बर को ही चुनाव के परिणामों की विधिवत एवं आधिकारिक घोषणा मुख्य चुनाव अधिकारी के द्वारा की जाएगी।
मेरठ कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष डॉ रामकुमार गुप्ता ने बताया की मेरठ कॉलेज का नया प्रबंध तंत्र एवं चुने गए सचिव, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं अतिरिक्त सचिव मेरठ कॉलेज की उन्नति के लिए अपनी सारी ऊर्जा का प्रयोग करेंगे । मेरठ कॉलेज अगले 3 वर्षों में ऐतिहासिक उन्नति प्राप्त करेगा।
मेरठ कॉलेज के वर्तमान मंत्री डॉ ओपी अग्रवाल ने विश्वास व्यक्त किया की मेरठ कॉलेज उनके अध्यक्ष काल में अपनी ऐतिहासिक समृद्ध विरासत को आगे बढ़ाएगा।
नई प्रबंध कार्यकारिणी के चुने जाने वाले सदस्यों में शुभंकर शर्मा, अंकुर जैन, संजीवेश्वर प्रकाश एवं जयवीर सिंह ने विश्वास व्यक्त किया की चुनाव परिणाम की घोषणा होने के बाद पूरी प्रबंध कार्यकारिणी एवं नया प्रबंध तंत्र मेरठ कॉलेज की दिशा एवं दशा दोनों को एक सकारात्मक मोड़ देगा और इस ऐतिहासिक समृद्ध विरासत वाले मेरठ कॉलेज को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक सक्षम पहचान दिलाई जाएगी।