मेरठ। नमोभारत ट्रेन के सभी स्टेशनों पर ग्राहकों को बड़ी पार्किंग की सुविधा भी मिलेगी। आरआरटीएस स्टेशनों के पार्किंग जोन में एक साथ 8हजार व्हीकल को पार्क किया जा सकता है। ट्रेन में सफर करने वाले लोग आसानी से अपने वाहन को इन स्टेशनों के पार्किंग जोन में खड़ा कर सकेंगे।
पहले 10 मिनट की पार्किंग फ्री: आरआरटीएस कॉरिडोर पर तैयार किए जा रहे पार्किंग स्थलों में 1,600 से अधिक चौपहिया और 6,500 से अधिक दुपहिया वाहनों के खड़ा करने की सुविधा होगी। इन पार्किंग स्थलों पर सिर्फ पिक और ड्रॉप के लिए आने वाले वाहनों के लिए शुरुआती 10 मिनट तक कोई शुल्क नहीं है। 10 मिनट के बाद और 6 घंटों तक साइकिल के लिए 5 रुपए, दुपहिया वाहनों के लिए 10 रुपए और चौपहिया वाहनों के लिए 25 रुपए। 6 से 12 घंटे के लिए साइकिल के लिए 5 रुपये, दुपहिया वाहनों के लिए 25 रुपये और कारों के लिए 50 रुपये और 12 घंटे के बाद आरआरटीएस संचालन के घंटे समाप्त होने तक, साइकिल के लिए 10 रुपये, दुपहिया वाहनों के लिए 30 रुपये और कारों के लिए 100 रुपये। नॉन ऑपरेशनल घंटों के दौरान नाइट पार्किंग का चार्ज साइकिल के लिए 20 रुपये, दुपहिया वाहनों के लिए 60 रुपये और कारों के लिए 200 रुपये होगा।
मेरठ साउथ में सबसे बड़ी पार्किग: दिल्ली से मेरठ तक पूरे आरआरटीएस कॉरिडोर पर 25 स्टेशन हैं। इन स्टेशनों पर अपेक्षित फुटफाल को ध्यान में रखते हुए पार्किंग स्थान विकसित किए जा रहे हैं। आरआरटीएस स्टेशनों पर सबसे बड़ी पार्किंग मेरठ साउथ स्टेशन में बनाई जा चुकी है, जहां करीब 300 कारें और 900 दुपहिया वाहन पार्क किए जा सकते हैं। वहीं दूसरी सबसे बड़ी पार्किंग दिल्ली के सराय काले खां स्टेशन पर विकसित की जा रही है, जहां करीब 275 कारें और 900 दुपहिया वाहन पार्क किए जा सकेंगे।
पिक एंड ड्राप की भी सुविधा: इस कॉरिडोर का 34 किलोमीटर का हिस्सा पहले से ही 8 आरआरटीएस स्टेशनों के साथ जनता के लिए संचालित है, जहां यात्रियों को पार्किंग की सुविधा प्रदान की गई है। स्टेशनों पर पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ सुविधा के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। स्टेशनों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि मुख्य सड़क से आने वाले वाहन आसानी से स्टेशन पर यात्रियों को ले और छोड़ सकें।
दिव्यांगों के लिए अलग पार्किंग: इसके साथ ही दिव्यांग यात्रियों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए उनके वाहनों की पार्किंग के लिए अलग से जगह निर्धारित की गई है और स्टेशन में आसान प्रवेश के लिए रैंप भी बनाए गए हैं, ताकि वे नमो भारत ट्रेन में यात्रा करने की सुविधा का लाभ उठा सकें।
मिलेगी लास्ट माइल कनेक्टिविटी: एनसीआरटीसी अपने पार्किंग स्थलों में नमो भारत के यात्रियों और लास्ट माइल सेवा प्रदाताओं, दोनों के लिए बैटरी स्वैपिंग स्टेशन स्थापित करने की भी योजना बना रही है। बैटरी स्वैपिंग स्टेशन न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देंगे, बल्कि लोगों के लिए लास्ट माइल कनेक्टिविटी को भी बढ़ाने में मदद करेंगे।