सहारनपुर एजेंसी। सहारनपुर के वायु सेना स्टेशन सरसावा में कारगिल विजय के रजत जयंती पर एयर शो हुआ। जेट विमान ने एक से बढ़कर एक करतब दिखाए। विमानों की तेज आवाज के कारण हुई गड़गड़ाहट से वहां मौजूद करीब 4000 लोगों की निगाहें सीधे आसमान पर टिक गई। सुखोई-30 ने 1200 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ते हुए 10 हजार फीट की ऊंचाई से नीचे जमीन पर बने टारगेट पर बम बरसाए।
कार्यक्रम में मौजूद स्कूली छात्र और अन्य लोगों ने इस दृश्य का आनंद लिया। बता दें कि एयर शो में शामिल युद्धक विमान सुखोई और जगुआर बालाकोट एयर स्ट्राइक, उससे पहले कारगिल में अपनी बेहतरीन क्षमताओं का प्रदर्शन कर चुके हैं।
बाढ़ या अन्य हालातों में फंसे लोगों का रेस्क्यू कैसे किया जाता है, वायु सैनिकों ने इसे दिखाया। एयर शो के दौरान आकाशगंगा टीम के कमांडो 10 हजार फीट की ऊंचाई से नीचे उतरे। मिसाइल और मशीनगनों से लैस डप्-17 हेलिकॉप्टर से वायु सेवा के गरुड़ कमांडो रस्सी के सहारे नीचे उतरे। एएन-32 और दो डोर्नियर विमान एक फॉर्मेशन में उड़ते हुए आए। गरुड़ कमांडो काफी दूर तक हवा में सैकड़ों फीट की ऊंचाई पर हेलिकॉप्टर के सहारे लटके हुए ऑपरेशन के लिए गए।
फाइटर जेट अंबाला से उड़कर वायुसेना स्टेशन सरसावा के मैदान के ऊपर से तेजी से निकले। जगुआर विमान त्रिशूल फॉर्मेशन में निकले। सुखोई-30 जेट विमान को उड़ा रहे पायलट ने हवा में हैरतअंगेज तरीके से हवा में गोते खाते हुए शानदार संतुलन बनाया। करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर वायु सैनिकों ने तिरंगा बनाया और इंडियन एयरफोर्स का झंडा लहराया।
कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को आना था, लेकिन उनकी तबीयत खराब होने के कारण वो कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। कारगिल विजय दिवस के 25 साल पूरे होने पर 13 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।
एयर शो से जुड़े विजुअल देखिए-
कारगिल युद्ध में शहीद हुए वायु सैनिकों के परिजन को स्मृति चिह्न दिया गया है।
कारगिल युद्ध में शहीद हुए वायु सैनिकों के परिजन को स्मृति चिह्न दिया गया है।
देशभक्ति गीतों से जवानों ने शहीदों को नमन किया तो लोगों की आंखें नम हो गईं।
देशभक्ति गीतों से जवानों ने शहीदों को नमन किया तो लोगों की आंखें नम हो गईं।
आसमान में वायु सैनिक ने इंडियन एयरफोर्स का झंडा लहराया।
आसमान में वायु सैनिक ने इंडियन एयरफोर्स का झंडा लहराया।
करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर वायु सैनिकों ने तिरंगा बनाया।
करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर वायु सैनिकों ने तिरंगा बनाया।
चार वायु सैनिक हुए थे शहीद
28 मई 1999 को ऑपरेशन सफेद सागर (कारगिल क्षेत्र में भारतीय वायु सेना का हवाई अभियान) में सहारनपुर सरसावा एयरफोर्स में तैनात हेलिकॉप्टर के पायलट स्क्ववाइन लीडर राजीव पुंडीर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मुहिलान, सार्जेंट पीवीएनआर प्रसाद और सार्जेंट आरके साहू शहीद हो गए थे। चारों अधिकारियों के पराक्रम को सलाम करते हुए वायुसेना स्टेशन सरसावा में युद्ध स्मारक बनवाया था। जहां कारगिल विजय दिवस पर हर साल वायु सैनिक अपने बहादुर बलिदानियों को नमन करते हैं।
एयरफोर्स स्टेशन पर स्टूडेंट्स समेत करीब 4 हजार लोग मौजूद हैं।
एयरफोर्स स्टेशन पर स्टूडेंट्स समेत करीब 4 हजार लोग मौजूद हैं।
शहीद नायकों के परिजनों का होगा अभिनंदन
कारगिल युद्ध में ऑपरेशन सफेद सागर में वायु सेना स्टेशन सरसावा यूनिक के सैनिकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आज वीरों के सम्मान में पुष्पांजलि समारोह, शहीद नायकों के परिजनों का अभिनंदन और एक स्टेटिक डिस्प्ले भी आयोजित की जा रही है।
कार्यक्रम में कई स्कूलों के स्टूडेंट्स भी इनवाइट किए गए हैं।
कार्यक्रम में कई स्कूलों के स्टूडेंट्स भी इनवाइट किए गए हैं।
कार्यक्रम में ये लोग शामिल
कारगिल विजय रजत जयंती महोत्सव मनाए जाने को लेकर डीएम मनीष बंसल की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। महोत्सव में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ, चीफ आफ एयर स्टाफ समेत करीब चार हजार लोग प्रतिभाग कर रहे हैं। इसे देखते हुए चार सचल दल डीएफएमडी और एचएचएमडी, सचल फिस्किंग केबिन महिलाओं के लिए बम डिस्पोजल टीम, एंटी सबोटाज टीम, डॉग स्क्वायड, ट्रैफिक पुलिस, लेडीज पुलिस, सिविल पुलिस तैनात है।