नई दिल्ली एजेंसी। इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच आज रात 8 बजे से टी-20 वर्ल्ड कप का फाइनल खेला जाएगा। इस फाइनल की एक रोचक बात है। दोनों टीमें अब तक एक भी मैच नहीं हारी हैं।
टी-20 वर्ल्ड कप में ऐसी कोई टीम चौंपियन नहीं बनी, जो टूर्नामेंट का एक भी मैच ना हारी हो। आज पहली बार टूर्नामेंट की अजेय टीम ट्रॉफी उठाएगी। आज से पहले दोनों टीमें कभी वर्ल्ड कप फाइनल में नहीं भिड़ीं, लेकिन दोनों के बीच एक यादगार मुकाबला पहले ही टी-20 वर्ल्ड कप में हुआ था। 20 सितंबर 2007 को इंडिया और साउथ अफ्रीका आमने-सामने थीं।
इस मैच की कंडीशन इंट्रेस्टिंग थीं। सेमीफाइनल पहुंचने के लिए भारत को बड़े अंतर से मैच जीतना था और साउथ अफ्रीका को सिर्फ 128 रन बनाने थे। उसे हार-जीत से फर्क नहीं पड़ना था, साउथ अफ्रीका सिर्फ रन बनाकर सेमीफाइनल पहुंच जाती। तब साउथ अफ्रीका के पास हर्शल गिब्स, ग्रीम स्मिथ, मार्क बाउचर और एबी डीविलियर्स जैसे बैटर्स थे। बॉलिंग अटैक मोर्ने मॉर्कल, मखाया एनटिनी, एल्बी मॉर्कल और शॉन पोलॉक के जिम्मे था।
इंडिया ने पहले बैटिंग की। सहवाग, गंभीर, उथप्पा और कार्तिक जल्दी आउट हो गए। कप्तान एमएस धोनी ने अपना दूसरा टी-20 इंटरनेशनल खेल रहे रोहित शर्मा के साथ स्कोर 150 के पार पहुंचाया। रोहित ने नाबाद 50 रन बनाए। फिर इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 116 रन पर ही ऑलआउट कर दिया। टीम 128 रन नहीं बना पाई और भारत सेमीफाइनल में पहुंच गया।