मेरठ। मेरठ पब्लिक स्कूल फॉर गर्ल्स में 29 मई और 30 मई को रसायन विज्ञान पर एक विशेष 2 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में विशेषज्ञ वक्ता सुमिती आनंद, पूनम मेहंदीरत्ता ने भाग लिया और शिक्षकों को महत्वपूर्ण ज्ञान प्रदान किया।
कार्यशाला में कक्षा प्रबंधन और समस्यात्मक छात्रों से निपटने के तरीके बताये गये। शिक्षकों को यह सिखाया गया कि कक्षा में विद्यार्थियों के अनुशासन को कैसे बनाए रखें और उन छात्रों से कैसे निपटें जो कक्षा में व्यवधान पैदा करते हैं।
व्यवहार परिवर्तन और सकारात्मक शिक्षा पर जोर दिया गया। रसायन विज्ञान को रोचक बनाना है। रटने के बजाय अनुभवात्मक और मजेदार शिक्षा पर जोर दिया गया।
विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से सिखाया गया कि रसायन विज्ञान को कैसे जीवंत और आकर्षक बनाया जा सकता है। शिक्षकों को इस वर्ष के प्रश्न पत्र का ब्लूम के टैक्सोनॉमी के आधार पर विश्लेषण करने की विधि सिखाई गई। प्रश्न पत्रों को बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिए गए। शिक्षकों को विभिन्न परिस्थितियों के समाधान खोजने के लिए व्यावहारिक अभ्यास कराया गया।
शिक्षकों को शोध करने और विद्यार्थियों के लिए विभिन्न करियर विकल्पों और संभावित रोजगार अवसरों की जानकारी जुटाने के लिए प्रेरित किया गया।
शिक्षकों को विभिन्न करियर विकल्पों और उनके संभावित वेतन पैकेज के बारे में जानकारी दी गई।
विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त करियर विकल्प चुनने में सहायता करने पर जोर दिया गया। सुमिती आनंद ने शिक्षकों को विशेष रूप से बताया कि वे परियोजनाओं की नकल न करें और बाजार से परियोजनाएं न खरीदें। उन्होंने जोर दिया कि परियोजनाएं शैक्षणिक ईमानदारी से स्वयं बनानी चाहिए। कार्यशाला के समापन पर प्रधानाचार्या रचना शर्मा ने संसाधन व्यक्तियों का धन्यवाद किया ।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को नवीनतम शैक्षणिक तकनीकों से अवगत कराना और कक्षा में रसायन विज्ञान को अधिक रोचक और प्रभावी बनाना था। शिक्षकों ने कार्यशाला को अत्यंत लाभदायक और प्रेरणादायक पाया।