मेरठ। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के समय से ही भारत और घाना के बेहद गहरे ताल्लुकात रहे हैं। यहां तक कि घाना के राष्ट्रीय ध्वज को भी भारत के तिरंगे की तर्ज पर तीन रंगों में ही डिजाइन किया गया। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए घाना उच्चायोग के प्रथम सचिव कॉनरेड नाना कोजो असीडियो ने वेस्ट अफ्रीका के देश घाना के बारे में कई सारी नई जानकारियों को बेहद रोचक अंदाज में पेश किया। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में शुक्रवार को घाना उच्चायोग के प्रथम सचिव कॉनरेड नाना कोजो असीडिया का आगमन हुआ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने प्रथम सचिव का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए घाना उच्चायोग के व्यापार, संस्कृति और पर्यटन के प्रथम सचिव कॉनरेड नाना कोजो असीडियो ने बताया की घाना को ज्यादातर लोग दक्षिण अफ्रीका का हिस्सा समझते हैं जबकि ये पश्चिमी अफ्रीका का बेहद छोटा मगर खुशहाल देश है।
उन्होंने कहा की छात्रों को अपने जीवन में तनाव को दूर रखना चाहिए। प्रतियोगी माहौल होना ठीक है मगर इसके तनाव को खुशियों पर हावी नहीं होने देना चाहिए। भारतीयों के दोस्ताना बर्ताव और मिलनसार माहौल की तारीफ करते हुए उन्होंने वाराणसी की देव दीपावली और रंगों का त्यौहार होली को देखना अविस्मरणीय अनुभव बताया।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मीडिया फिल्म एंड टेलीविजन स्टडीज के पत्रकारिता के विद्यार्थी जेसिका शर्मा, महक वर्मा, अंशिका श्रीवास्तव, गुरलीन कौर द्वारा पूछे गये प्रश्नों का प्रथम सचिव से जवाब दिया।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के निदेशक प्रशासन डॉ. संदीप कुमार, आईआईएमटी इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. संजीव महेश्वरी, डॉ. नवनीत शर्मा और कार्यक्रम संयोजक डॉ. सुगंधा श्रोतिय ने प्रथम सचिव को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ एकता शर्मा ने किया।