
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में सैनिकों के लिए रीसेटलमेंट कोर्स के अंतर्गत खाद और औषधि मशरूम उत्पादन तकनीकी विषय पर 19 दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया । इसका समापन आज कर दिया गया क्योंकि सैनिकों की छुट्टियां कैंसिल होने के कारण उनको अपने हेड क्वार्टर पर रिपोर्ट करना था इसलिए मशरूम पर आयोजित प्रशिक्षण को कुछ दिन पहले ही संपन्न कर दिया गया जिससे सभी सैनिक अपने हेड क्वार्टर पर जाकर अपनी रिपोर्टिंग कर सकें। समापन समारोह का आयोजन कुलपति सभागार में किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर के के सिंह ने कहा कृषि में व्यापार की अपार संभावनाएं हैं । कृषि केवल पेट भरने का जरिया ही नहीं है इसके अलावा इसमें रोजगार की असीम संभावनाएं हैं उन्होंने कहा कृषि क्षेत्र में 2800 स्टार्टअप कृषि क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल दीप अहलावत ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा की 44 साल की सेवा के बाद सैनिक अपनी सेवा से सेवा निवृत हो जाते हैं इसलिए उनके पास कई क्षेत्रों में कार्य करने के लिए समय होता है उन्होंने कहा कि इस तरह की ट्रेनिंग करने के बाद वह स्टार्टअप और अन्य लाभकारी खेती को प्रारंभ कर सकते हैं। इस प्रशिक्षण के कोर्स डायरेक्टर डॉ गोपाल सिंह ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा की प्रशिक्षण में मशरूम के लिए कंपोस्ट तैयार करना बीज उत्पादन पैकेजिंग मार्केटिंग तथा व्यवसाय शुरू करने के लिए कहां से फंडिंग प्राप्त की जा सकती है पूर्ण जानकारी दी उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण में 30 सैनिकों ने भाग लिया । कार्यक्रम में स्वागत भाषण कुल सचिव प्रोफेसर राम जी सिंह द्वारा दिया गया । धन्यवाद प्रस्ताव अधिष्ठाता कृषि डॉक्टर विवेक धामा ने दिया।
इस अवसर पर निदेशक ट्रेंनिंग प्लेसमेंट प्रोफेसर आर एस सेंगर ,प्रोफेसर प्रशांत मिश्रा ,प्रोफेसर सत्य प्रकाश, प्रोफेसर एसपी सिंह, प्रोफेसर रमेश कुमार यादव ,प्रोफेसर राजेंद्र कुमार आदि शिक्षक भी मौजूद रहे । इस अवसर पर सभी सैनिकों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए