
मेरठ वरिष्ठ संवाददाता। दो साल पहले टीपी नगर थाना क्षेत्र में आधी रात को संदिग्ध हालात में घर से अपहृत हुई मासूम किट्टू की हत्या कर पड़ोसी सुमित ने लाश को गड्ढे में दबा दिया था। दो साल बाद इस कांड का सनसनीखेज खुलासा होने के बाद परिवार के लोगों में कोहराम मचा है। टीपी नगर पुलिस जेसीबी की मदद से खेत में खुदाई करते हुए मासूम का शव बरामद करने के प्रयास में जुटी है। गौरतलब है कि टीपी नगर क्षेत्र के मुल्तान नगर में वीरेंद्र का परिवार रहता है। वर्ष 2023 के जनवरी माह में परिवार के साथ घर में सो रही वीरेंद्र की चार साल की बेटी मानवी उर्फ किट्टू संदिग्ध हालात में घर से लापता हो गई थी। परिजनों ने निकट लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकलवाई। जिसमें एक नकाबपोश व्यक्ति मासूम किट्टू का हाथ पकड़कर उसे ले जाता हुआ दिखाई दे रहा था। हालांकि, उस समय भी परिवार के लोगों ने पड़ोस में रहने वाले सुमित पर अपनी बेटी के अपहरण का आरोप लगाते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग की थी। मगर, सुमित को कुछ दिन हिरासत में रखकर पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया था। इसके बाद से किट्टू का कोई सुराग नहीं था। इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सक्सेना के मुताबिक लगभग दो साल बाद सीसीटीवी फुटेज को बारीकी से देखने के बाद एक बार फिर से सुमित को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिसके बाद उसने सनसनीखेज खुलासा किया। सुमित ने बताया कि वीरेंद्र की पत्नी ने सुमित की पत्नी का अबॉर्शन कराया था। जिसके चलते उसने वीरेंद्र के परिवार से बदला लेने की ठान ली थी। घटना वाले दिन सुमित किट्टू को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। इसके बाद खेत में गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को जमीन में गाढ़ दिया। सुमित की निशानदेही पर शनिवार की सुबह 9रू00 बजे ही पुलिस की टीम जेसीबी लेकर भोला रोड पर बाटा शोरूम के निकट स्थित सरसों के खेत में पहुंची। दोपहर बाद तक जेसीबी की मदद से किट्टू के शव की तलाश जारी थी। उधर, किट्टू की हत्या की जानकारी के बाद परिवार के लोगों में कोहराम मचा है।