
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद एवं हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के संयुक्त तत्वावधान में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के अवसर पर भाषण प्रतियोगिता एवं एकल काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन के अध्यक्ष प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी, विभाग अध्यक्ष एवं वरिष्ठ आचार्य हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग, समन्वयक, प्रोफेसर के के शर्मा, साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद, संयोजक भाषण प्रतियोगिता डॉक्टर आरती राणा सहसंयोजक डॉक्टर यज्ञेश कुमार, एकल काव्य पाठ के संयोजक डॉक्टर अंजु एवं सह-संयोजक डॉक्टर प्रवीण कटारिया रहे। प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से विद्यार्थियों ने भाषण एवं एकल काव्य पाठ प्रतियोगिता में प्रतिभागिता की। निर्णायक मंडल में भाषण प्रतियोगिता के निर्णायक प्रोफेसर कविता त्यागी, मेरठ कॉलेज मेरठ, प्रोफेसर ललिता यादव, एन0 ए0 एस0 कॉलेज मेरठ, डॉ0 विजेता गौतम, अंग्रेजी विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ रहे। एकल काव्य पाठ प्रतियोगिता में निर्णायक डॉ राजेश कुमार राजकीय डिग्री कॉलेज, बीबी नगर, डॉ अलका वशिष्ठ, उर्दू विभाग, डॉ॰ ओमपाल शास्त्री, संस्कृत विभाग रहे।
कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हमारे समाज और राजनीति के बड़े व्यक्तित्व हैं उन्होंने अपने सामाजिक कार्यों और राजनीतिक प्रयासों से भारतीय समाज को विकासशील और राजनीति को वैश्विक स्तर पर स्थापित किया। शिक्षा के क्षेत्र में उनके प्रयास सराहनीय हैं। अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अपनी विदेश नीति के द्वारा भारतीय राजनीति को विश्व स्तर पर स्थापित किया। डॉ.के.के.शर्मा ने कहा कि भारत पाकिस्तान संबंधों को सामान्य करने के उनके प्रयास सराहनीय हैं। राजनीतिक रूप में उनकी छवि एक ईमानदार और कर्मठ राजनेता की रही है। उन्होंने कहा कि जो महापुरूष होते हैं उनसे प्रेरणा मिलती है कि हम जीवन में अपने निर्णयों पर अटल रहें। अटल जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। प्रो.आर.के. शर्मा ने कहा कि 21 वीं सदी सहयोग, संयोजन एवं स्किल का समय है। अगर आप मानव मात्र से प्रेम नहीं करते तो व्यर्थ है संप्रेषण बहुत अनिवार्य है। प्रो॰ कविता त्यागी ने कहा कि भाषण देना बच्चे के व्यक्तित्व को भी निखारता है।प्रो.ललिता यादव ने प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन किया। डॉ.विजेता गौतम ने कहा कि वाजपेयी जी महत्वपूर्ण राजनेता के साथ-साथ विश्व नेता थे। वो राजनीतिक शुचिता के समर्थक थे। डॉ॰ राजेश कुमार, अध्यक्ष, हिंदी विभाग, राजकीय महाविद्यालय, बी.बी., नगर, बुलंदशहर ने कहा कि ‘कविता करना आसान नहीं जो लोहा कांट रहे कागज के तलवारों से’ उन्होंने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं संप्रेषित की। कार्यक्रम से पूर्व हिदी साहित्यकार कुटीर में प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी, प्रो.के.के. शर्मा, प्रो॰ कविता त्यागी तथा हिंदी विभाग के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा साहित्यकारों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में भाषण प्रतियोगिता का संचालन डॉ.यज्ञेश कुमार ने किया तथा एकल काव्य पाठ का संचालन डॉ. प्रवीण कटारिया ने किया। डॉ. अंजू ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर प्रोफेसर राकेश कुमार शर्मा , डॉ विद्यासागर सिंह, विनय कुमार, सचिन कुमार, रेखा सोम, प्रतीक्षा, नेहा रानी, विक्रांत, साजिद सैफी, सपना, सुहानी राणा, आयुषी, नेहा ठाकुर उपस्थित रहे।