
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। इस्माईल कालिज के राजनीतिक विज्ञान विभाग द्वारा 10 दिवसीय ’एड ऑन सर्टिफिकेट कोर्स’ विषय ‘‘मानवाधिकार पर जागरूकता’’ का उदघाटन किया गया। कार्यक्रम का संचालन कोर्स समन्वयक डा. एकता चौधरी एवं सह समन्वयक मिस निकहत उमैरा द्वारा प्राचार्य अनिता राठी के कुशल नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। 10 दिवसीय कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता डॉ सत्यप्रकाश चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ ने मानवाधिकारों के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास ,एवं प्रकृति और मानवाधिकार के विभिन्न सिद्धांतों व प्रकारों से अवगत कराया। समाज में सभी व्यक्तियों के अधिकार समानता, उनके सामने आने वाली चुनौतियां, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मूल्य इन सभी विषयों पर चर्चा किया। दूसरे मुख्य वक्ता राजीव कुमार सिंह (जिला कृषि अधिकारी ,मेरठ) रहे । ,जिन्होने बताया कि मानवाधिकार हमें मानव होने के नाते हमे जो अधिकार प्राप्त हैं लेकिन हमें अपने अधिकारों के साथ साथ दूसरों के अधिकारों को भी ध्यान में रखना चाहिए , और जियो और जीने दो की भावना को आत्मसात करना चाहिए । जियो और जीने दो, के इसी उदाहरण को सर ने एक कहानी के माध्यम से बताकर छात्राओं को अवगत कराया साथ ही मानवाधिकार के सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला। मनोविज्ञान विभाग प्रभारी डॉ वन्दना शर्मा ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए सर्टिफिकेट कोर्स की उपयोगिता बताई। साथ ही सभी अतिथियों, प्रवक्ताओं और छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापन किया।
कार्यक्रम में डॉ ममता , डॉ विनेता, डॉ स्वर्णा, डॉ शुभ्रा त्रिपाठी, डॉ मीनू शर्मा, डॉ पूजा राय, दो नेहा सिंह ,डॉ मोनिका, डॉ दीक्षा, मिस महिमा ठाकुर, डॉ ममता सिंह, नीलम शर्मा, डॉ मणि भारद्वाज, निशा गुप्ता,आदि उपस्थित रहे ,तथा डॉ सानिया खानम, रचना, कु अनम इन सभी का कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका रही। ‘मानव अधिकार एवं महिला उत्पीड़न’’ पर निबन्ध प्रतियोगिता मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। रघुनाथ गर्ल्स पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज की प्राचार्या प्रो. निवेदिता कुमारी के संरक्षण में प्रोग्रेसिव वीमेन फोरम फॉर सोशल चेंज और समाजशास्त्र संघ के संयुक्त तत्त्वावधान में मानवाधिकार दिवस के अवसर पर ‘‘मानव अधिकार एवं महिला उत्पीड़न’’ विषय पर अंतर्विश्वविद्यालयी एवं अंतर -महाविद्यालय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संयोजन प्रोग्रेसिव वीमेन फोरम फॉर सोशल चेंज की इंचार्ज प्रो. रजनी श्रीवास्तव और समाजशास्त्र विभाग की अध्यक्षा प्रो. अनु रस्तोगी ने किया। कार्यक्रम में यह बताया गया कि मानव अधिकार उन बुनियादी अधिकारों का समूह है, जो हर व्यक्ति को उसकी जाति, धर्म, लिंग या सामाजिक स्थिति के भेदभाव के बिना प्राप्त होते हैं। इनमें जीवन, स्वतंत्रता, समानता, शिक्षा, स्वास्थ्य, और सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार शामिल है। ये अधिकार समाज को एक बेहतर और समतामूलक दिशा में ले जाते हैं। महिला उत्पीड़न मानव अधिकारों के क्षेत्र में एक गंभीर चुनौती है। इस प्रतियोगिता में आईआईएमटी. यूनिवर्सिटी, , इस्माइल नेशनल पी. जी. कॉलेज मेरठ, शहीद मंगल पांडे कॉलेज मेरठ, मेरठ कॉलेज, समेत विभिन्न महाविद्यालयों की 40 छात्राओं ने प्रतिभाग किया। प्राचार्या प्रो. निवेदिता कुमारी ने कहा कि प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करने वाली छात्राओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ। इसके साथ ही जो विद्यार्थी प्रतियोगिता में सफल नहीं हुए उनको निराश होने की जरूरत नहीं है। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो. अंजुला राजवंशी, प्रो. मंजुलता, निर्लेप कौर, डॉ. स्वाति शर्मा, पूजा सरोज, डॉ. गरिमा कुमारी, डॉ. नलिनी द्विवेदी, डॉ. डॉ. आरती शर्मा, डॉ. भावना शर्मा का सराहनीय योगदान रहा।