संभल एजेंसी। हिंसा का गुरुवार को पांचवां दिन है। हिंसा से जुड़ा एक ऑडियो सामने आया है। इसमें एक शख्स दूसरे युवक को श्सामानश् लेकर जामा मस्जिद के पास बुला रहा है। दूसरे युवक ने पूछा कि कहां आना है तो कहा कि जुबैर के घर के पास आना है। सूत्रों ने बताया आरोपियों के मोबाइल से यह ऑडियो पुलिस ने रिकवर किया। दावा किया जा रहा है कि सामान शब्द का मतलब हथियार से है। इधर, सपा नेता रामगोपाल यादव ने अजमेर शरीफ मुद्दे पर कहा- छोटे-छोटे जज बैठे हैं जो इस देश में आग लगवाना चाहते हैं। कोई मतलब नहीं है इसका। प्रशासन ने संभल में दो दिन के लिए और इंटरनेट बंद कर दिया। इधर, भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा- जानबूझकर दंगा भड़काना, खुलेआम फायरिंग करना, पथराव करना, इस तरह की चीजें
उत्तर प्रदेश में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। इनके पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। संभल के एसपी कृष्ण विश्नोई ने दैनिक भास्कर को बताया-आरोपियों के मोबाइल की चौट हिस्ट्री खंगाली गई है। बहुत सारी महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं, जो पुलिस के लिए अहम सुबूत साबित होंगी। अब इन मोबाइलों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा, ताकि डिलीट हुई चौट्स भी रिकवर हो सके। अजमेर शरीफ मुद्दे पर सपा नेता राम गोपाल यादव ने कहा- इस तरह के छोटे-छोटे जज बैठे हैं जो इस देश में आग लगवाना चाहते हैं। कोई मतलब नहीं है इसका। अजमेर शरीफ पर हमारे प्रधानमंत्री स्वयं चादर भिजवाते हैं। देश दुनिया से लोग वहां आते हैं। उसको विवादों में डालना बहुत ही घृणित और ओछी मानसिकता का प्रतीक है। सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा समर्थित लोग कुछ भी कर सकते हैं, देश में आग लग जाए इससे इन्हें कोई मतलब नहीं है। 1 दिसंबर तक संभल में बाहरी व्यक्ति नहीं आ सकेंगे, डीएम ने लगाई रोक: संभल में हिंसा के बाद अगले 5 दिन तक यानी 1 दिसंबर तक बाहरी व्यक्तियों के संभल में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधियों के जिले में आने पर रोक रहेगी।