मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। लोगों की लापरवाही के चलते चोरी और लूट की बड़ी वारदातें हो रही हैं। बिना किसी जानकारी के अपरिचित को किराए पर कमरा देने और बिना किसी पूछताछ के नौकर रखने पर बहुत सी घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में मेरठ पुलिस ने एक अच्छी पहल की है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने सभी थाना प्रभारी को निर्देश दिए हैं कि जो भी मकान मालिक किराएदार या नौकर रखने के लिए सत्यापन कराना चाहे तो उस पर रिपोर्ट लगाएं। इसके साथ ही प्रॉपर्टी डीलर और आरडब्लूए की भी ये जिम्मेदारी होगी कि जो वहां रह रहे हैं, उनका सत्यापन हो। किराएदार और नौकरों का सत्यापन नहीं कराने पर मकान मालिक के खिलाफ पुलिस अब कार्रवाई भी करेगी। मेरठ पुलिस ने इसकी शुरूआत कर दी है। भावनपुर में पशु चोरी और सदर बाजार में बिल्डर के घर चोरी करने के मामले में मकान मालिकों को भी लापरवाही का आरोपी बनाया गया है।
एसएसपी के आदेश पर 01 नवंबर से 19 नवंबर तक पुलिस की तरफ से 3399 किराएदारों का सत्यापन करा दिया गया है। इनमें पहले नंबर पर लिसाड़ी गेट थाने में 348 नौकरों और किरायेदारों का सत्यापन किया गया है। पुलिस ने इसके लिए आरडब्ल्यूए की जिम्मेदारी भी तय कर दी है। रजिस्टर्ड प्रॉपर्टी डीलर से ही रखवाएं किराएदार और नौकरः पूरे जिले में गिनती के लोग हैं जो नौकर रखवाने के लिए रजिस्टर्ड हैं। तमाम जगहों पर ऐसे ऑफिस चल रहे हैं जिनका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है वह किसी भी नौकर को कहीं पर रखवा देते हैं। मेरठ में बड़ी वारदात टीपी नगर में पूर्व पार्षद पिंकी गुप्ता के घर पर हो चुकी है। वहां पर बेटी की शादी के लिए घर में रखे करोड़ों रुपए के जेवरात और कैश को नौकर चोरी करके ले गए थे। ये गैंग पूरा नेपाल का था। पिंकी गुप्ता कहते हैं कि बिना वेरीफेकिशन के कोई नौकर न रखें, जो धोखा उनके साथ हुआ है वह किसी के भी साथ न हो।
पूरे मामले में एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि लोगों की सुरक्षा करना पुलिस का कर्तव्य है। कई मामलों में नौकरों और किराएदारों द्वारा अपराध की घटनाएं करना सामने आया है। ऐसे में सत्यापन जरूरी है।