मेरठ। कलेक्ट्रेट में प्रियांशु जैन की अहमदाबाद में हुई हत्या के हत्यारे पुलिसकर्मी वीरेंद्र सिंह पड़ेरिया को फांसी की सजा दिलाए जाने के लिए एक दिन का मौन अनशन किया। मौन अनशन न्याय प्रणाली को न्याय जल्द से जल्द करने को प्रेरित करने की दृष्टि से किया गया। अनशन के दौरान मधुमेह के रोगियों ने भी अपने शरीर व जान की परवाह न करते हुए अपनी मांगों को व्यक्त किया। मांग की गई की वीभत्स हत्याकांड का मुकदमा हत्या की न्याय संगत धाराओं में चले ,हत्या करने वाला गुजरात पुलिस का पुलिसकर्मी है। गुजरात राज्य की पुलिस का प्रभाव मुकदमे पर न पड़े पड़े इसलिए मुकदमा गुजरात से बाहर चलाए जाने और साथ ही सीबीआई की जांच के लिए मांग की गई । मुकदमा फास्ट ट्रेक कोर्ट में चले जिसकी सुनवाई प्रतिदिन हो और न्याय समयबद्ध सीमा में मिले। सभी ने उम्मीद करते हुए कहा गुजरात के मुख्यमंत्री व देश के प्रधानमंत्री इस घटना का संज्ञान लेते हुए इस घटना को नजीर मानते हुए न्याय का ऐसा उदाहरण पेश करें ऐसा सख्त कानून बनाएं कि भविष्य में कभी कोई इस प्रकार की घटना ना हो रोडरेज के नाम पर कातिलों को फांसी की सजा से छूट न मिल पाए।
प्रियांशु जैन के हत्या के विरोध में अनशन कर रहे सर्व समाज संगठन, पुरातन छात्रों की संस्था एक्समा के पदाधिकारियों के साथ स्थल पर आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन, अधिवक्ता समाज व अन्य समाज सेवी संगठनों ने अपना समर्थन दिया। इस मौके पर रोहित जाखड़, ऐनुद्दीन शाह, विपुल सिंघल, यूरेनियम सिंह, प्रतीक जैन, नवीन अग्रवाल, विजय आनंद अग्रवाल, राहुल भटनागर ,अंकुश चौधरी ,चिराग सिंह, अजय वर्मा , शुभांकर शर्मा, अपूर्व गुप्ता ,अर्जुन टंडन, राजीव मोहन , संस्कार शर्मा ,मिहिर नारंग, देव चौधरी, अर्जुन जैन, संदीप जैन मौजूद रहे।