मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। आम आदमी पार्टी मेरठ जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी मेरठ के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन भेजा। जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गन्ने की फसल बहुतायत में उगायी जाती है और इस क्षेत्र को गन्ना बेल्ट के रूप मे जाना जाता है लेकिन बड़ी विडंबना है प्रत्येक वर्ष गन्ना किसानों को ना तो गन्ने का उचित मूल्य ही मिलता है और ना ही चीनी मिलों द्वारा समय से किसानों का भुगतान ही किया जाता है। प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी चीनी मीलों पर गन्ना किसानों का पिछली पेराई सत्र वर्ष 2023-24 का करोड़ो रुपया अभी तक बकाया है। जबकि नया गन्ना पेराई सत्र शुरू हुए महीनो हो गए हैं। किसानो को समय से बकाया गन्ने का भुगतान न होने के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। गन्ना सत्र शुरू हो गया है लेकिन अभी तक सरकार द्वारा न तो गन्ने का मूल्य (एसएपी ) घोषित किया जब की प्रदेश का किसान उम्मीद कर रहा था कि अक्टूबर में पेराई सत्र की शुरुआत से पहले ही एसएपी की घोषणा की जाएगी। लेकिन अब जब आधा नवंबर भी बीतने को है और गन्ना किसानों को अभी भी नहीं पता है कि उनकी फसल के लिए मिलों से क्या कीमत मिलेगी।किसान जी तोड़ मेहनत से भयंकर गर्मी, सर्द अँधेरी रातों में जंगली जानवरों के खतरे के बावजूद अपनी जान जोखिम में डालकर अपनी फसल तैयार करता है आम आदमी पार्टी की मांग है कि प्रदेश के गन्ना किसानों के पिछले पेराई सत्र वर्ष 2023-24 का बकाया भुगतान तुरंत मय ब्याज कराया जाय। इस पेराई सत्र 2024-25 के लिए गन्ने का खरीद मूल्य 550 रुपया प्रति क्विंटल तत्काल घोषित किया जाए।
पेराई सत्र 2024-25 से गन्ना किसानों को तुरंत मिल पर गन्ना डालने के 24 घंटे के अंदर ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों की उपरोक्त माँगो पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता है तो आम आदमी पार्टी मेरठ उप गन्ना आयुक्त कार्यालय मेरठ का घेराव करेगी। इस दौरान महानगर अध्यक्ष अंकित गिरी, जिला उपाध्यक्ष हबीब अंसारी, जिला संरक्षक एसके शर्मा, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल राघव, किसान प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष फुरकान त्यागी, जिला मीडिया प्रभारी हर्ष वशिष्ठ, किठौर विधानसभा अध्यक्ष राहुल भाटीपुरा, कैंट विधानसभा अध्यक्ष भरत लाल यादव, जिला सचिव वैभव मलिक, जिला सचिव रॉबिन चौधरी, अंकुर मौजूद रहे।