मेरठ। नालपुर मेरठ स्थित ‘नेशनल कैपिटल रीजन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस’ मेरठ के फोरेन्सिक मेडिसिन एण्ड टोक्सीकोलॉजी विभाग द्वारा एक दिवसीय “इंटीग्रशन ऑफ गुड क्लीनिकल प्रेक्टिस विथ रीसेन्टली एमेंडेड इंडियन लॉ“ पर सीएमई. चिकित्सा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ शरद कुमार अग्रवाल, एफ.एम.टी. विभाग के विभागाध्यक्ष व प्रो वाईस चान्सलर, के. एम. मेडिकल कॉलेज मथुरा तथा संस्थान की सीई ओ. व सदस्य राज्य महिला आयोग, उ0प्र0 सरकार, लखनऊ, डॉ. हिमानी अग्रवाल ,विशिष्ट अतिथि डॉ॰ एस.के. वर्मा, डायरेक्टर प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष एफएमटी. विभाग, यूसीएमएस, नई दिल्ली,, सहायक प्रबंध निदेशक (एएमडी) डॉ. शिवानी अग्रवाल, महानिदेशक डॉ. अश्वनी शर्मा, प्राचार्य डॉ.एस.के.गर्ग, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमिता गर्ग, एफएमटी विभाग के विभागध्यक्ष एवं सीएमई आयोजन अध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र चोखर, सीएमई आयोजन सचिव डॉ. संचित जैन ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्जवलित करके किया। इस चिकित्सा प्रशिक्षण (सीएमई) मे देश के विभिन्न राज्यों से 250 से भी अधिक डॉक्टर उपस्थित रहे। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि डॉ शरद अग्रवाल, प्रो. (डॉ) एस.के. वर्मा, प्रो0 (डॉ) सुरेश टण्डन, एफएमटी विभाग के विभागाध्यक्ष, सफदर्जंग हास्पिटल एण्ड वीएमएमसी ने अपने-अपने विचारों को साझा किया। डॉ0 शरद अग्रवाल ने जुलाई 2024 से लागू हुए भारत के नए
कानून जो कि डाक्टरो से संबंधित बदलाव के बारे मे बताया। डॉ. सुरेश टण्डन ने सफदरजंग अस्पताल की आपातकालीन विभाग मे फोरेंसिक विभाग द्वारा संचालित क्लीनिक टोक्सीकोलॉजी यूनिट और वहॉ आने वाले केसेस के
बारे मे बताया और साथ ही टोक्सीकोलॉजी मे रिसर्ज के नए विकल्पो के बारे मे बताया। डॉ.वी.के. चोखर ने डाक्टर एवं मरीजों के अधिकारों एवं जिम्मेदारी के बारे मे विस्तार से बताया। इस सभा मे दिल्ली हाई कोर्ट के वकील अनुराग प्रताप सिंह भी मौजूद रहे । सभी डाक्टरो को कोर्ट मे प्रस्तुत होते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, अपने निजी अनुभव द्वारा अवगत कराया। सी.एम.ई. मे पोस्ट ग्रेजूएशन छात्र-छात्राओं द्वारा पोस्टर कम्पटीशन का आयोजन किया गया जिसमे सभी ने बढचढ कर हिस्सा लिया। जिसमे से प्रथम स्थान पर डॉ. प्रतीक्षा, माइक्रो विभाग, मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज, मुजफ्फरनगर , द्वितीय स्थान पर डॉ. आलोक अग्रहारी एवं शेखर अवाना एफएमटी विभाग, लेडी हार्डिंग हास्पिटल मेडिकल कॉलेज एवं तृतीय स्थान पर डॉ. मेबर्लीन एवं डॉ. स्वाथी, एफएमटी विभाग, यूसीएमएस, दिल्ली एवं डॉ. सुआन्सु, सरस्वती मेडिकल कॉलेज के एनाटमी विभाग, हापुड को मेडल एवं सर्टिफिकेट दे कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम मे संस्थान के शिक्षकगण डॉ. आशा मिश्रा, डॉ. दयाचन्द, डॉ. स्मिता शर्मा, डॉ. शुभा श्रीवास्तव, डॉ. अनुज शर्मा, डॉ. अरूण वशिष्ठ, डॉ. आकाश गुप्ता, डॉ स्वाति तिवारी एवं अन्य सभी उपस्थित रहे। सीएमई को सफल बनाने के लिए एफ.एम.टी. विभाग के ट्यूटर्स डॉ प्रान्शू गर्ग, डॉ आकांक्षा अग्रवाल, डॉ आकांक्षा चौहान, डॉ काशीफूल हक विशेष योगदान रहा।