मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के बृहस्पति भवन में मिशन शक्ति फेस 5 के अंतर्गत पुरुष छात्रों के लिए एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महिला अध्ययन केंद्र के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. सरिता त्यागी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित करना और सशक्त बनाना था। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और अपने संबोधन में विद्यार्थियों को आत्मविश्वास के साथ अपनी आवाज उठाने का आह्वान किया। उन्होंने अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनके जीवन में कई प्रेरणादायक महिलाओं ने उन्हें मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान की। उन्होंने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि इन विभूतियों के आदर्श और योगदान से हर छात्र छात्रा को प्रेरणा लेनी चाहिए।
मुख्य अतिथि डॉ. सरिता त्यागी ने कहा कि मिशन शक्ति जैसी पहलें महिलाओं और युवाओं में सशक्तिकरण की भावना को जागृत करने का बेहतरीन माध्यम हैं। उन्होंने छात्रों से कहा, आपकी जागरूकता और संकल्प से ही समाज में बदलाव आ सकता है। समाज को स्वस्थ और सशक्त बनाने के लिए सबसे पहले खुद को जागरूक करना आवश्यक है। डॉ. त्यागी ने छात्रों को व्यक्तिगत स्वास्थ्य, मानसिक संतुलन और सही जीवनशैली के महत्व को समझाते हुए कहा कि स्वयं का ध्यान रखना और सकारात्मक मानसिकता को बनाए रखना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में महिला अध्ययन केंद्र की नोडल अधिकारी, प्रोफेसर बिंदु शर्मा ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों एवं छात्रावासों में भी इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक छात्र-छात्राएँ इससे लाभान्वित हो सकें। इस अवसर पर प्रोफेसर ए.के. चौबे, प्रोफेसर एस.एस. लाल, प्रोफेसर संजय भारद्वाज, प्रोफेसर डी.के. चौहान, डॉ. अंशु और डॉ. चांदनी वर्मा सहित अन्य गणमान्य शिक्षाविद् उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम में छात्रों को प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान किया। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने प्रोफेसर बिंदु शर्मा और उनकी टीम की सराहना की और कहा कि मिशन शक्ति जैसे कार्यक्रम छात्रों में आत्मनिर्भरता, जागरूकता और आत्मविश्वास को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं और कहा कि वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहें।