मेरठ के मवाना सीएचसी पर सफाई कर्मचारियों ने हंगामा कर दिया है। गुस्साए सफाई कर्मचारियों ने सीएचसी के बाहर कूड़ा गाड़ी लगा दी है। उनका आरोप है कि सीएचसी प्रभारी डॉ. अरुण कुमार ने एक सफाई कर्मचारी का इलाज यहां सरकारी अस्पताल में करने से मना कर दिया है। सफाईकर्मी जब इलाज कराने सीएचसी पर आया, तो प्रभारी डॉक्टर ने कहा कि तुम्हारा इलाज यहां नहीं करेंगे। इसके बाद मौके पर हंगामा हो गया। सफाईकर्मी का आरोप ये भी है कि सीएचसी के सुरक्षागार्ड चांद ने साथ गए बेटे को थप्पड़ मारे। उन्हें अस्पताल से जाने को कहा है। इसके बाद मौके पर हंगामा हो गया। पीड़ित सफाईकर्मी ने अन्य कर्मचारियों को मौके पर बुला लिया। थोड़ी देर बाद ही सीएचसी पर कई सफाईकर्मी आ गए कुछ सफाईकर्मी अपने साथ कूड़ा गाड़ी भी ले आए हैं, जो उन्होंने सीएचसी के बाहर गेट पर लगा दी है। सफाई कर्मचारियों की मांग है कि पुलिस पूरे मामले में जांच करे। आरोपी डॉक्टर और गार्ड पर मुकदमा लिखे, तभी वो सीएचसी से उठेंगे, नहीं तो वो यहीं धरना देंगे और पूरे अस्पताल में कूड़ा भर देंगे। दरअसल काबली गेट मवाना का रहने वाला सुभाष कुमार आज इलाज कराने मवाना सीएचसी पहुंचा। सुभाष का आरोप है कि जब वह सीएचसी प्रभारी डॉ. अरुण के पास गया तो उन्होंने रिपोर्ट देखी और कहा कि तुम्हें अंदर किसने आने दिया। इस पर सुभाष ने कहा कि वह बीमार है। इलाज कराने आया है। इसलिए आपसे मिलना चाहता हूं तो प्रभारी ने गार्ड को बुलवाकर बीमार को बाहर फेंकवा दिया। जब सुभाष के साथ गए उसके बेटे ने इसका विरोध किया, तो प्रभारी डॉ. अरुण ने सुभाष के बेटे ध्रुव को चांटा मार दिया। पीड़ित सफाईकर्मी ने मवाना थाने में अपनी शिकायत दी है। सीएचसी में इलाज कराने आए पीड़ित सुभाष ने बताया कि मैं पेंशेट के तौर पर यहां आया, अपनी समस्या लेकर आया था लेकिन डॉक्टर अरुण ने मेरी रिपोर्ट फेंक दी। इलाज करने के बजाय इन्होंने मुझसे और मेरे बेटे से बदत्तमीजी कर दी। मेरे बेटे को चांटा भी मार दिया। अपने गार्ड को बुलाकर हमें केबिन से बाहर करा दिया। कहा कि जब हम लोगों ने डॉक्टर से कहा कि वो इस घटना का सीसीटीवी हमें दिखाए तो प्रभारी डॉक्टर ने सीसीटीवी दिखाने से इंकार कर दिया। सुभाष के साथ डॉक्टर द्वारा किए गए मिसबिहेव के बाद सीएचसी पर अन्य कर्मचारी भी जुट गए हैं। सीएचसी पर सफाईकर्मियों ने डॉ. अरुण कुमार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए कहा कि डॉक्टर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाए। वहीं पीड़ित सुभाष के साथ कुछ लोग मवाना थाने पहुंचे हैं जहां पीड़ित ने डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी है और मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। डॉक्टर बोले- मैंने उन्हें मास्क भी दिया प्रभारी डॉक्टर अरुण का कहना है कि थप्पड़ मारने के आरोप गलत हैं। ऐसा कुछ नहीं किया गया पीड़ित जब केबिन में आया तो उसकी रिपोर्ट भी देखी गई वो मास्क में नहीं था तो उसे हमने खुद मास्क लगाने के लिए दिया। जिस वक्त वो केबिन में आए उस वक्त मीटिंग चल रही थी, मैं ऑनलाइन मीटिंग में था।