मेरठ। बेगमुपल स्थित उप-श्रमायुक्त कार्यालय पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर ‘‘अंसगठित क्षेत्र के श्रमिकों के अधिकार ’’ विषय पर जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शशिकांत पांडेय (श्रम परिवर्तन अधिकारी मेरठ ) ने श्रम विभाग द्वारा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों /ई श्रम कार्डधारको के लिए चलाई जा रही पेंशन योजना ‘‘ प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना’’ राष्ट्रीय पेंशन योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि असंगठित क्षेत्र के अंतर्गत घरेलू कर्मकार, रिक्शा चालक, कृषि कर्मकार, मनरेगा कामकार , निर्माण कामकार जिनकी आयु 18 साल से 40 साल के लिए बीच हो , वह अपना आधार कार्ड, मोबाइल नम्बर, बैंक पासबुक के साथ अपने निकटतम जनसुविधा केन्द्र पर जाकर उक्त योजना में अपना पंजीकरण करा सकता है। इसी तरह से 18 साल से 40 साल के बीच ऐसे व्यापारी जिनका वार्षिक टर्न ओवर 1.5 करोड रूपये से कम हो, वह ईपीएफ / ईएसआईसी/एनपीएस/ पीएमएसवाईएम/ आयकरदाता न हो अपना पंजीकरण योजना में करा सकते है। कार्यक्रम में अवधेश कुमार वर्मा (सहायक श्रमायुक्त मेरठ ) ने बताया दोनों योजनाओं में श्रमिकों की आयु के अनुसार अंशदान प्रतिमाह 55 रूपये से 200 रूपये की कटौती उनके खाते से होती रहेगी। उसके बाद 60 साल की आयु पूरी होने के बाद 3000 रूपये मासिक पेंशन आजीवन मिलेगी। पंेशन प्राप्त लाभार्थी की अकस्मात मृत्यु की दशा में उसके जीवनसाथी को 50 प्रतिशत पेंशन जीवन भर मिलेगी। इस दौरान श्रमिक हित में लागू श्रम कानूनो यथा , उत्तर प्रदेश दुकान एवं वाणिज्य प्रतिष्ठान अधिनियम ,न्यूनतम वेतन अधिनियम ,वेतन भुगतान अधिनियम ,कारखाना अधिनियम, बाल श्रम अधिनियम ,बंधुवा श्रम अधिनियम ,बोनस भुगतान अधिनियम आदि की जानकारी भी श्रमिकों को दी गई । उन्होंने बताया कि भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार के अंतर्गत मातृत्व शिशु एवं बालिका योजना ,संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना, अटल आवासीय विद्यालय योजना, कन्या विवाह सहायता योजना ,निर्माण कामगार मृत्यु एवं दिव्यांगता सहायता आदि योजनाएं संचालित है। श्रमिक अपने निकटतम जनसुविधा केंद्र पर जाकर पंजीकरण करा कर योजना का लाभ उठा सकते हैं । ार्यक्रम में कुलदीप शर्मा लीगल एडवाइजर मैसेज इंडियन पोटाश लिमिटेड सकौती टांडा, सुधीर कुमार ,शशिकांत पांडेय ,विनय कुमार दुबे ,नीलम ,सुधा तोमर श्रम परिवर्तन अधिकारी, प्रदीप कुमार सहित भारी संख्या में श्रमिक मौजूद रहे।