श्रीनगर एजेंसी। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 3 ग्रेनेड और 1 पिस्तौल भी बरामद की गई है। सेना के अधिकारियों ने बताया ये दोनों जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स नाम के संगठन से जुड़े हाइब्रिड आंतकी हैं। हाइब्रिड आतंकी आम नागरिकों की तरह ही इलाके में रहते हैं, लेकिन चोरी-छिपे आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होते हैं या आतंकियों की सहायता करते हैं। इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है। जम्मू पुलिस के एडीजीपी आनंद जैन ने कहा कि पूछताछ में पता चला कि दोनों आतंकी ने मंदिर, सेना के ठिकानों और एक अस्पताल पर ग्रेनेड फेंकने की प्लानिंग कर रहे थे। वे लोगों में डर पैदा करने के लिए पुंछ में एंटी नेशनल पोस्टर भी चिपकाते थे। ये आतंकी बॉर्डर के पार पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के संपर्क में थे। पुलिस ने 5 आईईडी, 30 डेटोनेटर, आईईडी की 17 बैटरी, 2 पिस्टल, 3 मैगजीन, 25 राउंड, 4 हैंड ग्रेनेड और 20 हजार कैश बरामद किया है। पुलिस ने 5 आईईडी, 30 डेटोनेटर, आईईडी की 17 बैटरी, 2 पिस्टल, 3 मैगजीन, 25 राउंड, 4 हैंड ग्रेनेड और 20 हजार कैश बरामद किया है। पुलिस ने 27 सितंबर को पुलवामा के अवंतीपोरा में टेरर मॉड्यूल का खुलासा किया। पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के 6 आतंकी सहयोगियों को गिरफ्तार कियाप् ये युवाओं को आतंकवाद की ट्रेनिंग देते थे। इनके पास से 5 आईईडी 30 डेटोनेटर, आईईडी की 17 बैटरी, 2 पिस्टल, 3 मैगजीन, 25 राउंड, 4 हैंड ग्रेनेड और 20 हजार कैश बरामद हुआ है। युवाओं की मदद से हमलों को अंजाम देने की साजिश थी: पुलिस ने बताया कि जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तान स्थित कश्मीरी आतंकी उन युवाओं की तलाश में हैं, जिनका ब्रेन वॉश किया जा सकता है। जांच में सामने आया कि आतंकी ने जेल में एक ओवर ग्राउंड वर्कर की मदद से कई युवाओं की पहचान की, जिन्हें अवंतीपोरा के त्राल क्षेत्र में आतंकवाद में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया था।
पुलिस के मुताबिक, पाकिस्तान के आतंकी हैंडलर ने इन युवाओं की मदद से आईईडी लगाने के लिए कुछ जगहों को सिलेक्ट भी कर लिया था। हैंडलर और बनाने के लिए उन युवाओं को पैसे भी दिए थे, जिससे वे इसके लिए सामान ला सकें। युवाओं को पिस्तौल, ग्रेनेड, प्म्क् भी दी गई थी। युवाओं को टारगेट किलिंग, सुरक्षाबलों, सार्वजनिक जगहों, गैर कश्मीरी मजदूरों पर ग्रेनेड फेंकने और प्म्क् ब्लास्ट करने जैसी टेररिस्ट एक्टिविटी को अंजाम देने का निर्देश दिया गया था।