लखनऊ एजेंसी। लखनऊ से मेरठ के बीच चल रही वंदे भारत ट्रेन में करीब 56 फीसदी सीट खाली जा रही हैं। आधी ट्रेन खाली रहने से रेलवे के लिए यह चिंता का विषय हो गया है। वहीं, यात्रियों का कहना है कि किराया अधिक होने के कारण कम यात्री सफर कर रहे हैं। स्टापेज भी कम है। 31 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर मेरठ से लखनऊ के लिए वंदे भारत ट्रेन को रवाना किया था। 24 दिन में यह ट्रेन कभी फुल नहीं हो सकी। 530 सीट वाली वंदे भारत ट्रेन नंबर 22489 लखनऊ से मेरठ तक जाती है। इस ट्रेन में 25 सितंबर को 328, 26 सितंबर को 384, 27 सितंबर को 380, 28 सितंबर को 388 सीट खाली हैं। जबकि, वंदे भारत ट्रेन नंबर 22490 मेरठ से लखनऊ तक 25 सितंबर को 368, 26 सितंबर तक 370, 27 सितंबर 382, 28 सितंबर 381 सीट खाली है। ट्रेन के चेयर कार का किराया 25 सितंबर को 1300 रुपए और एग्जीक्यूटिव क्लास का किराया 2300 रुपए है। महंगा किराया ट्रेन से यात्रियों को दूर कर रहा है। वहीं, मेरठ से चलने वाली ट्रेन नंबर 22453 राज्यरानी एक्सप्रेस और नौचंदी एक्सप्रेस में वेटिंग चल रही है। यात्री बोले सस्ता हो किराया: मेरठ से लखनऊ पहुंचे शिवा ने कहा- सीटें खाली जा रही हैं। ट्रेन में सुविधा है, लेकिन स्टाप ज्यादा लेने पड़ेंगे। रूट पर रामपुर सहित अन्य जगहों पर स्टापेज बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए। या फिर इसे लंबी दूरी तक चलाना चाहिए। लोगों को ट्रेन के बारे में धीरे-धीरे पता चलेगा। अनुराग नारायण ने बताया कि पिछली बार की तरह इस बार भी सफर अच्छा रहा। ट्रेन 10 मिनट पहले ही लखनऊ पहुंच गई।
ट्रेन का किराया महंगा होने के कारण कम संख्या में लोग इससे आवाजाही कर रहे हैं। इस पर स्टॉपेज बढ़ाने के साथ में किराया कम करना चाहिए। शानदार ट्रेन है। कई फीचर्स ऑटोमैटिक हैं।