नई दिल्ली एजेंसी। दिल्ली की मनोनीत मुख्यमंत्री आतिशी और उनका मंत्रिमंडल 21 सितंबर को पद की शपथ लेगा। आतिशी शनिवार को 5 कैबिनेट मंत्रियों के साथ शपथ लेंगी। सत्तारूढ़ दल ने शुरू में तय किया था कि केवल आतिशी ही शपथ लेंगी, हालांकि बाद में यह तय हुआ कि उनकी मंत्रिपरिषद भी शपथ लेगी। आतिशी के साथ शपथ लेने वाले नेताओं के भी नाम सामने आ गए है। सूत्र बता रहे हैं कि दिल्ली के चार अन्य मंत्री कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय और इमरान हुसैन कैबिनेट पद बरकरार रखने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा नए नाम के तहत मुकेश अहलावत की भी चर्चा जोरो पर है। कहा जा रहा है कि वह भी नई एंट्री के तहत आतिशी मंत्रिमंडल में शपथ ले सकते हैं। इससे पहले आतिशी वित्त, शिक्षा और राजस्व जैसे 14 विभागों का प्रबंधन कर रही थीं और अरविंद केजरीवाल के कारावास के दौरान उनकी भूमिका भी महत्वपूर्ण थी। कांग्रेस की शीला दीक्षित और बीजेपी की सुषमा स्वराज के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी। हालाँकि आतिशी को व्यापक रूप से इस भूमिका के लिए सबसे आगे देखा जा रहा था, क्योंकि उनके अरविंद केजरीवाल और उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया दोनों के साथ घनिष्ठ संबंध थे, लेकिन केजरीवाल के उत्तराधिकारी को लेकर अटकलें तेज थीं। इसे भी पढ़ेंरू क्मसीपरू 21 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकती हैं आतिशी, उपराज्यपाल ने दिया प्रस्ताव अनिश्चितता पर विराम लगाते हुए, केजरीवाल ने आप विधायक दल की बैठक के दौरान आधिकारिक तौर पर आतिशी का नाम आगे रखा, जहां इसे सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई। आतिशी दिल्ली विधान सभा (एमएलए) में कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं और आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ राजनीतिज्ञ हैं। वह पहले दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग के सलाहकार के रूप में प्रमुखता से उभरीं और बाद में 2020 का चुनाव जीतकर विधायक बन गईं।