मेरठ/गाजियाबाद। मेरठ में चलने वाली मेट्रो ट्रेन की गाजियाबाद के दुहाई डिपो में टेस्टिंग शुरू हो गई है। गुजरात के एलस्टॉम कंपनी स्थित प्लांट में तैयार हुईं पांच ट्रेन गाजियाबाद पहुंच गई हैं। यहां दुहाई डिपो में 500 मीटर लंबे ट्रैक पर इन ट्रेनों को रखकर असेंबल कर दिया गया है और विभिन्न प्रकार की टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है।
मेरठ साउथ स्टेशन होगा चेंजिंग पॉइंट: मेरठ के मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक 82 किलोमीटर का ट्रैक बनकर तैयार हो चुका है। इसमें सराय काले खां से मेरठ साउथ स्टेशन तक रैपिड रेल चलेंगी। जबकि मेरठ शहर के अंदर मेट्रो चलेगी। मेरठ शहर के यात्री मेट्रो से सफर करते हुए मेरठ साउथ स्टेशन तक पहुंचेंगे। यहां वे ट्रेन बदलकर रैपिड रेल में सवार होंगे और दिल्ली जा पाएंगे। 7 महीने पहले गुजरात के एलस्टॉम कंपनी के प्लांट में मेरठ मेट्रो का फर्स्ट लुक जारी हुआ था।
दुहाई डिपो में टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू: रैपिड और मेट्रो ट्रेनों के डिब्बे गुजरात की एलस्टॉम कंपनी के प्लांट में तैयार हुए हैं। अब मेट्रो ट्रेनों के डिब्बे गाजियाबाद आना शुरू हो गए हैं। फिलहाल पांच ट्रेन सेट गाजियाबाद के दुहाई डिपो में पहुंच गए हैं, जहां इनकी असेंबलिंग और टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। एनसीआरटीसी का दावा है कि जून-2025 तक मेरठ से दिल्ली तक पूरा रूट चालू हो जाएगा। अभी तक गाजियाबाद में साहिबाबाद स्टेशन से मेरठ साउथ स्टेशन तक 42 किलोमीटर में रैपिड रेल यानि नमो भारत ट्रेनों का संचालन हो रहा है।