कानपुर एजेंसी। सीएम योगी ने कहा- पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी अपने कृत्यों की सजा भुगत रहा है। जब पूर्व राष्ट्रपति कानपुर आए थे, उस दिन सपा विधायक दंगे की साजिश रच रहा था। वह अपने कर्मों की वजह से आज जेल में है। इसलिए उसकी विधायकी गई। यही वजह है कि यहां उपचुनाव हो रहे हैं। सीएम योगी ने गुरुवार को कानपुर में 725 करोड़ के प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। योगी ने कहा- 60 हजार से ज्यादा नौजवानों को हम पुलिस में भर्ती कर रहे हैं। इसमें 20 प्रतिशत बेटियां होंगी। ये बेटियां सपा के गुंडों का इलाज करेंगी। सीएम ने कानपुर की बंद लाल इमली कपड़ा मिल को फिर से शुरू करने का ऐलान किया। इधर, योगी के कानपुर पहुंचने से पहले सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी को नजरबंद कर दिया गया। विधायक के घर के बाहर पुलिस फोर्स तैनात है। विधायक ने सपा कार्यकर्ताओं के साथ झुनझुना बजाकर विरोध किया। योगी के दौरे को देखते हुए सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी को नजरबंद किया गया तो उन्होंने झुनझुना बजाकर विरोध किया। सीएम ने कानपुर में जिस क्षेत्र में जनसभा की वह सीसामऊ विधानसभा का हिस्सा है। सपा नेता इरफान सोलंकी यहां से विधायक थे, लेकिन आगजनी केस में 7 साल की सजा के बाद उनकी विधायकी चली गई। अब इस सीट पर उपचुनाव होने हैं। साल 2022 में रामनाथ कोविंद जब राष्ट्रपति थे, तब कानपुर दौरे पर आए थे। उसी दिन शहर में भाजपा नेता नुपूर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद साहब पर दिए बयान को लेकर हिंसा भड़क गई थी। सीएम ने 2 साल बाद इस हिंसा के पीछे इरफान सोलंकी के नाम का जिक्र किया। हम दो सालों में 2 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे। 60 हजार से ज्यादा नौजवानों को पुलिस में भर्ती कर रहे हैं। परीक्षा आप देख रहे हैं कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता। कोई कुछ करेगा, तो उसे आजीवन कारावास और 1 करोड़ का जुर्माना लगेगा। इतिहास के पन्नों को पलट कर देखिए तो पता चलेगा कि सपा वालों का काले कारनामों से इतिहास भरा पड़ा है। लाल टोपी वाले लोग काले कारनामों के लिए ही जाने जाते हैं, लेकिन अब कानून व्यवस्था कैसी होने चाहिए, यह यूपी तय करता है। सपा का चरित्र अयोध्या में देखने को मिला। सपा का एक नेता बेटी की इज्जत के साथ खिलवाड़ करता है। सपा मुखिया बेशर्मी के साथ उसका समर्थन करते दिखाई देते हैं। लखनऊ में एक बेटी मोटर साइकिल से जा रही थी। बारिश में इनके गुंडे उसे गिराने का काम करते हैं। हमने सदन में कहा था कि इनके लिए सद्भावना नहीं, बुलेट ट्रेन चलेगी। सपा के कारनामों से आप लोग परिचित हैं। इतिहास को ये लोग दोहरा रहे हैं। अराजकता-गुंडागर्दी इनकी पहचान थी। इनके समय में क्या-क्या नहीं होता था? कौन नहीं जानता है? इनका दिखाने वाला चेहरा कोई और है, जबकि अंदर का चेहरा कोई और है।
यही वजह है कि सीसामऊ की जनता को उपचुनाव का सामना करना पड़ रहा है।