नई दिल्ली एजेंसी। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार को कैंडिडेट की दोबारा लिस्ट जारी की है। इनमें पहले फेज के 15 प्रत्याशियों का नाम है। इसमें कोई बदलाव नहीं है।
इससे पहले पार्टी ने सुबह 10 बजे 44 नामों की लिस्ट जारी की थी, जिसे 2 घंटे के अंदर ही वापस ले लिया था। करीब 12 बजे पार्टी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से अपनी लिस्ट डिलीट कर दी। हटाई गई लिस्ट में 3 चर्चित चेहरे दो पूर्व डिप्टी सीएम निर्मल सिंह, कविंद्र गुप्ता और जम्मू-कश्मीर के पार्टी अध्यक्ष रविंद्र रैना का नाम नहीं था। जम्मू-कश्मीर के मीडिया प्रभारी सज्जाद ने मीडिया को बताया- 44 उम्मीदवारों की पिछली सूची टाइपिंग एरर के कारण रद्द की गई है। नई सूची जल्द ही जारी की जाएगी। जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों के लिए 18 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच 3 चरणों में मतदान होंगे। नतीजे 4 अक्टूबर 2024 को आएंगे। जीत के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है। भाजपा ने सुबह 44 नाम जारी किए थे, 15 रिपीट किए, 29 रोके भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में मीडिया समन्वय के लिए राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह और शाजिया इल्मी को नियुक्त किया है। इसके अलावा, पंजाब राज्य मीडिया संयोजक विनीत जोशी भी जम्मू-कश्मीर चुनावों के लिए मीडिया समन्वय टीम का हिस्सा होंगे।
2014 में हुए थे आखिरी विधानसभा चुनाव: आखिरी बार 2014 में जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव हुए थे। तब बीजेपी और पीडीए ने गठबंधन सरकार बनाई थी। 2018 में गठबंधन टूटने के बाद सरकार गिर गई थी। इसके बाद राज्य में 6 महीने तक राज्यपाल शासन (उस समय जम्मू-कश्मीर संविधान के अनुसार) रहा। इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। राष्ट्रपति शासन के बीच ही 2019 के लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें बीजेपी भारी बहुमत के साथ केंद्र में लौटी। इसके बाद 5 अगस्त 2019 को बीजेपी सरकार ने आर्टिकल-370 खत्म करके राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया था। इस तरह जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही कांग्रेस राज्य में एक्टिव हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गांधी परिवार चाहता है कि पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद की पार्टी में वापसी हो। इसके लिए सीनियर नेताओं को उनसे बात करने के लिए कहा गया है।