मेरठ। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहा है अत्याचार के विरोध में शुक्रवार को आहूत बंद का व्यापारियों ने खुलकर समर्थन किया। दोपहर 1ः00 बजे तक शहर की तमाम दुकानें, कारखाने व अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। संयुक्त व्यापार संघ के अजय गुप्ता व नवीन गुप्ता गुट के साथ करीब 100 व्यापारिक संगठनों से जुड़े व्यापारियों,भाजपा कार्यकर्ताओं व हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवी संगठनों से जुड़ी महिलाओं बच्चों, छात्र-छात्राओं और साधू संतों का जन सैलाब सड़कों पर उतर आया। विशाल जुलूस को देखते हुए आनन फानन में पुलिस अधिकारी सड़कों पर आ गए। ड्रोन से पूरे जुलूस पर नजर रखी गई। बुढ़ाना गेट से निकाला गया जुलूस बच्चा पार्क, वेस्टर्न कचहरी रोड होता हुआ कमिश्नरी चौराहा पहुंचा। जहां प्रधानमंत्री के नाम विभिन्न संगठनों ने डीएम और एडीएम सिटी को ज्ञापन दिए और बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों को बंद करने हिंदुओं को सुरक्षा दिलाने की मांग की गई। इसके साथ ही भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंगिया को देश से बाहर निकालने की मांग भी की गई। जुलूस में गुरुकुल आश्रम टिकरी और वैदिक कन्या गुरुकुल दफ्तला के छात्राओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बुढ़ाना गेट बाजार , सराफा बाजार बंद रहा: बांग्लादेश के खिलाफ लगाए नारे, सेव हिंदू, बांग्लादेशी रोहिंग्या को भारत से निकालो, बांग्लादेश के हिंदुओं को भारत में लाओ का लगाया नारा के साथ शहर के सभी छोटे, बड़े बाजार, दुकानें, इंडस्ट्री सभी बंद रहे। पिछले 4 दिनों से व्यापार संघ के पदाधिकारी बंद के आव्हान के लिए जनसंपर्क में जुटे थे। यह बंद पूरी तरह सफल रहा। वहीं लोगों ने बांग्लादेश के खिलाफ नारे लगाए। आर्य समाज थापरनगर के प्रधान राजेश सेठी और केंद्रीय आर्य समिति के मंत्री रविंद्र सिंह ने बताया कि आर्य समाज पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ इस प्रदर्शन में सहभागी रहे।
सड़कों पर आरएएफ, पुलिस तैनात इस बंद को देखते हुए पुलिस, प्रशासन पहले ही तैयारी कर चुका था। सड़कों पर हिंदूवादी संगठनों और लोगों के बीच भारी पुलिसबल तैनात रहा। आरएएफ और पीएसभी भी लगाई गई। सभी थानों को अलर्ट मोड पर किया गया था। सीओ भी सड़कों पर रहे। वहीं कचहरी के आसपास 5 थानों की फोर्स तैनात की गई।