मेरठ। पंडित प्यारेलाल शर्मा मेमोरियल ट्रस्ट समिति द्वारा ऑपरेशन विजय कारगिल युद्ध की 25 वीं वर्षगांठ पर जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय के सम्मुख स्थित अलंकृत सैनिक वाटिका में आजादी के 75 में अमृत महोत्सव पर 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस शौर्य मनाया गया।
पंडित प्यारेलाल शर्मा ट्रस्ट के मंत्री दिनेश चंद जैन ने कहा कि मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति वाले
क्रांति धर के वीर सपूतों की गाथा शामिल है।
इस अवसर पर सरबजीत सिंह कपूर ने कारगिल युद्ध के बलिदानियो को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कारगिल विजय की रजत जयंती पर कारगिल युद्ध में सैनिकों ने दुश्मनों से युद्ध में लोहा लेते हुए पीछे धकेल कर अपनी जान की बाजी लगाकर दुश्मनों को उखाड़ दिया तथा हमारे सैनिकों ने कारगिल टाइगर हिल की चोटी पर आज के दिन तिरंगा फहराया था कारगिल युद्ध 1999 में एक ऐतिहासिक युद्ध था। कारगिल मे एन एच -1,पर कब्जा करने की पाकिस्तानी साजिश को भारतीय सैनिको ने असफल कर दिया।
दुश्मन की घुसपैठ के बाद 2 महीन तक भीषण युद्ध हुआ जिसमें भारतीय सेना के 527 जवान बलिदान हुए और 1363 अन्य घायल हुए । इस युद्ध में सभी परिस्थितियों भारतीय सेना के प्रतिकूल थी दुश्मन अति दुर्गम ऊंची पहाड़ियों पर पक्के बंकरों में मोर्चे बंदी करके बैठे था फिर भी भारतीय सेना के वीर जवानों ने पहाड़ी रास्तों को पार करके कठिनाइयों को मात देते हुए दुश्मनों को दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए उन्हें उनके सुरक्षित बंकरों से मार भगाया। यह एक भूतपूर्व विजय थी और उन्हें मोर्चा छोड़कर भागने पर मजबूर कर दिया जोकि भारतीयों के लिए गौरवशाली विजय है।
जनपद मेरठ में यह बहुत गर्व की बात है कि यहां से पांच वीर सपूतों ने बलिदान दिया । कार्यक्रम में के.पी.सिंह, रमेश चंद, देवेंद्र तोमर,त्रिलोक सिरोही, एवं अखिल भारतीय पूर्व सैनिक परिषद के सभी पदाधिकारी की उपस्थित हुए।