वित्त मंत्री सीतारमण बोली- गांव, गरीब, किसान को समर्पित शिक्षा और स्किल को मिलेगा बढ़ावा ।
नई दिल्ली एजेंसी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में केंद्रीय बजट पेश किया। बजट दस्तावेजों से पता चलता है कि ब्याज भुगतान पर सबसे ज्यादा खर्च हो रहा है।
इसके बाद रक्षा और सब्सिडी पर व्यय होता है। ध्यान दें कि केंद्र अपने बजट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा कर प्रशासन, जीएसटी मुआवजे और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को हस्तांतरण पर भी खर्च करता है। साल 2024-25 के लिए राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.9 फीसदी रहने का अनुमान है। वित्त मंत्री सीतारमण के अनुसार, उधार को छोड़कर कुल प्राप्तियां 32.07 लाख करोड़ अनुमानित हैं, जबकि कुल व्यय 48.21 लाख करोड़ अनुमानित है। केंद्रीय बजट 2024-25 ने मंगलवार को गृह मंत्रालय को 2,19,643 करोड़ रुपये आवंटित किए, जिसमें से अधिकांश 1,43,275 करोड़ रुपये सीआरपीएफ, बीएसएफ और सीआईएसएफ जैसे केंद्रीय पुलिस बलों को दिए गए जो आंतरिक सुरक्षा सीमा की रखवाली, और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपये के महत्वपूर्ण आवंटन की घोषणा की।
कृषि उत्पादकता और स्थिरता बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए, वित्त मंत्री ने इस क्षेत्र में बदलाव लाने के उद्देश्य से कई पहलों की रूपरेखा तैयार की। केंद्रीय बजट 2024-25 में स्वास्थ्य मंत्रालय को 90958.63 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। मंत्रालय ने 2023-2024 के बजट (संशोधित अनुमान) में 80,517.62 करोड़ से अधिक 12.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी है। 90958.63 करोड़ रुपये में से, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग को 87656.90 करोड़ रुपये और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग को 3301.73 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को रक्षा क्षेत्र को श्श्सर्वोच्च आवंटनश्श् देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारटन को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि जहां तक रक्षा मंत्रालय को आवंटन का सवाल है, मैं 6,21,940.85 करोड़ रुपये का उच्चतम आवंटन देने के लिए वित्त मंत्री को धन्यवाद देता हूं, जो वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत सरकार के कुल बजट का 12.9ः है।