मेरठ। संस्कार भारती मेरठ महानगर द्वारा गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर नटराज पूजन एवं कला साधक उत्सव का आयोजन सांस्कृतिक संध्या के साथ प्रो.बी.एस.यादव की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियो द्वारा नटराज व भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियो द्वारा नटराज व भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप ज्वलन से हुआ। मुख्य वक्ता भारत भूषण शर्मा नाट्य संयोजक संस्कार भारती मेरठ प्रांत ने अपने सम्बोधन में कहा कि संस्कार भारती गुरु पूर्णिमा को नटराज पूजन के रुप में मनाती है ।
नटराज को सभी कलाओ का अधिष्ठापन माना जाता है ।भगवान शिव का ही एक स्वरुप नटराज है । नटराज का नृत्य सृष्टि स्थिति संहार तिरोभाव और अनुग्रह का द्योतक है । चौदह विधाओ और चौसठ कलाओ की उत्पति भगवान शिव से ही है । इसी कारण से भगवान शिव कला साधको के लिए आद्य गुरु के रुप मे पूजनीय है।
इस अवसर पर चित्रकला, संगीत, नृत्य, मूर्ति, साहित्य, लोक कला एव नाट्य, विधाओ के वरिष्ठ एवं नवोदित कलासाधको में प्रो.किरण प्रदीप, प्रो.अर्चना रानी,आंचल सिंह ,सुलक्षणा अंजुम ,नीता भरतवाल,पवन धानक , राकेश परिहार, स्वाति शर्मा , मिताली शर्मा , सीमा वर्मा, कौशल कुमार , उदिता शर्मा, रुपेश कुमार , सुरेंद्र शर्मा , अनुज शर्मा को कला साधक सम्मान से सम्मानित किया गया । विभिन्न विद्यालयो के कलाकारो द्वारा शिव ,दुर्गा ,गणेश व देशभक्ति पर आधारित नृत्य सामूहिक कार्यक्रमो की सुंदर प्रस्तुति दी गई। जिसने सभागार में उपस्थित सभी का मन मोह लिया । कार्यक्रम का सफल संयोजन विकास शर्मा व संचालन अर्चना जौहरी एवं अनुराधा शर्मा द्वारा किया गया ।
कार्यक्रम मे गणमान्य की उपस्थिति रही । सभी अतिथियों एवं कला साधकों का सम्मान फूल माला पटका एवं प्रतीक चिन्ह देकर किया गया । संस्था अध्यक्ष डा. मयंक अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया ।