नई दिल्ली एजेंसी। उत्तर प्रदेश में नेपाल से सटे 20 जिलों में पिछले 4-5 दिनों से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। करीब 20 लाख की आबादी पानी से घिरी हुई है। राज्य में पिछले 24 घंटे में बारिश की वजह से हुई घटनाओं में 10 लोगों की मौत हुई है।
गोरखपुर में राप्ती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। 60 से ज्यादा गांव डूब गए हैं। यहां 3 बच्चियों की गड्ढे में डूबने से मौत हो गई है।
वहीं, वाराणसी में गंगा के उफान पर होने से 15 से अधिक घाट डूब गए हैं। उधर, बिहार में भी नेपाल से सटे इलाकों का यही हाल है। बेतिया,
बगहा, सीतामढ़ी, मधेपुरा, अररिया समेत कई जिलों में बाढ़ आई है।
मौसम विभाग ने जिन 17 राज्यों में बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, उनमें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब,
हरियाणा हैं। इनके अलावा गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु में भी बारिश हो सकती है।
नेपाल में लगातार बारिश हो रही है। इसकी वजह से उत्तर और पूर्वी बिहार के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के 26 जिलों में आज हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून की टर्फ लाइन फिलहाल बिहार से नहीं गुजर रही है।
मध्य प्रदेश में अब तक एवरेज 10.8 इंच बारिश हो गई है। यह मानसून के कोटे से 5ः कम है। पूर्वी हिस्से में अब तक 18ः बारिश कम हुई है जबकि पश्चिमी हिस्से में 7ः अधिक है। मौसम विभाग ने गुरुवार को सीहोर, राजगढ़, आगर-मालवा, श्योपुर, मुरैना में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।