मेरठ। विश्व श्रमण संस्कृति श्रीसंघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुदीप जैन ने गुजरात सरकार पर जैनों के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया।
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सुदीप जैन ने कहा कि शनिवार 13 जुलाई को जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक था और इस अवसर पर वो श्रीसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश जैन और राष्ट्रीय संयोजक अक्षय जैन अरिहंत के साथ गुजरात के जूनागढ़ जिले स्थित गिरनार जी पहुंचे थे। देशभर से जैन श्रद्धालु उनकी मोक्ष स्थली गिरनार पर्वत पर मोक्ष कल्याणक मनाने पहुंचे थे।
सुदीप जैन ने कहा कि 2002 से 2004 के बीच कुछ विधर्मियों ने 5वीं टोंक पर अतिक्रमण कर लिया और जैन यात्रियों के साथ मार पिटाई करने लगे। उक्त के संबंध में माननीय उच्च न्यायालय गुजरात ने 17 फरवरी 2005 को आदेश जारी किए थे जिनका अनुपालन शासन प्रशासन द्वारा नहीं कराया जा रहा है।
सुदीप जैन ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में अहिंसक शांतिप्रिय और अति अल्पसंख्यक जैन समुदाय के मौलिक अधिकारों का हनन करना भारत के धर्म निरपेक्ष स्वरूप को कलंकित करता है। प्रेस को जारी विज्ञप्ती में कहा कि प्रशासन द्वारा खराब मौसम का हवाला देते हुए रोप वे को भी तीन दिन तक बंद कर दिया ताकि कम संख्या में जैन श्रधालु पर्वत पर चढ़ सके जो कि एक साजिश का हिस्सा प्रतीत होता है।
सुदीप जैन ने कहा कि 5वीं टोंक पर उन्हें चावल बादाम गोला नहीं ले जाने दिया गया और जैनियों के सामान की तलाशी इस तरह ली गयी जैसे ये पूजन सामग्री की जगह विस्फोटक ले जा रहे है और अहिंसक जैन समाज के लोगो के साथ आतंकी जैसा व्यवहार किया गया।
अगले वर्ष चाहे शासन कितना जुल्म कर ले पर लाडू चढ़ाकर अपने अधिकारों की रक्षा करेंगें।