मेरठ। राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वैंकटेश्वरा विश्वविद्यालय का केरेबियन देश लिसिथों के साथ “साझा शैक्षणिक प्रोग्राम” पर सहमति बन गई । इस करार के तहत दोनों देशों के स्टूडेंट्स एवं शिक्षक एक दूसरे के देश के विश्वविद्यालयों में रिसर्च, अनुसंधान एवं उच्च शिक्षा के लिए संयुक्त रूप से काम करेंगे।
यह जानकारी रिपब्लिक ऑफ लिसिथों के दूतावास में हुए शैक्षणिक समझौते के बाद विश्वविद्यालय के प्रति-कुलाधिपति डा. राजीव त्यागी एवं लिसिथों की उच्चायुक्त एम्बेसडर मिसेज लिबोहंग वेलेनटाईन ने संयुक्त रूप से दी ।
प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी ने बताया कि लिसिथों की हाई कमिश्नर राजदूत मिसेज लिबोहंग वेलेनटाईन आगामी 22 जुलाई को विश्वविद्यालय की विजिट भी करेंगी ।
इस शानदार “शैक्षणिक अनुबंध” की सहमति पर जानकारी देते हुए लिसिथों की उच्चायुक्त गवर्नर मिसेज लिबोहंग वेलेनटाईन ने बताया कि हमे खुशी है कि हम उत्तर भारत के बड़े शैक्षणिक ब्रांड वैंकटेश्वरा समूह के साथ मिलकर काम करेंगे। हमारे देश में उच्च शिक्षा विशेष रूप से एग्रीकल्चर सेक्टर में आर्गेनिक फार्मिंग व फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में असीम संभावनाएं है । डा. सुधीर गिरि, संस्थापक अध्यक्ष वैंकटेश्वरा समूह ने कहा कि -वैंकटेश्वरा के इस शानदार शैक्षणिक अनुबंध से स्टूडेंट्स एवं फैकल्टी को विदेशी एक्सपोजर मिलने से उच्च शिक्षा में गुणवत्ता पूर्ण सुधार होगा।
ऐतिहासिक शैक्षणिक अनुबंध सहमति पर समूह अध्यक्ष डा. सुधीर गिरि को शैक्षणिक जगत से जुड़े लोगों ने बधाइयाँ प्रेषित की है।
इस अवसर पर अध्ययन समूह के चेयरमैन संजय अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार एवं शिक्षाविद डा. ललित भारद्वाज, डा. सुनील जिंदल, डा. नीरज काम्बोज, प्रधान सलाहकार प्रो. वी.पी.एस.अरोड़ा, सीईओ अजय श्रीवास्तव, कुलपति प्रो. (डा.) कृष्ण कान्त दवे, कुलसचिव डा. पीयूष पांडेय, डीन रिसर्च डा.राजेश सिंह, डा. दिव्या गिरधर, डा. आशुतोष सिंह, प्रो. टी.पी.सिंह, डा. रामनाथन झा, डा. अतुल वर्मा एवं मेरठ परिसर से निदेशक डा. प्रताप मीडिया प्रभारी विश्वास राणा ने बधाइयाँ दी है ।