लखनऊ एजेंसी। सीएम योगी ने बुधवार को पीलीभीत के बाढ़ के इलाकों का हवाई सर्वे किया। यहां के 200 गांवों जलमग्न हैं। छक्त्थ्, ैक्त्थ् और सेना की टीम रेस्क्यू में लगी हैं। लोगों का एयरलिफ्ट करना पड़ रहा।
इधर, सीतापुर में घाघरा उफान पर हैं। मिट्टी का कटान भी शुरू हो गया है। नदी किनारे बसे लोग डर गए हैं, इसलिए घर तोड़कर ईंट और अन्य सामान सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर रहे हैं। अयोध्या में सरयू का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। हर घंटे 2 सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ रहा है। इससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कानपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है। जलस्तर 24 घंटे में 20 फीट बढ़ा है। जौनपुर में आकाशीय बिजली गिरने 2 लोगों की मौत हो गई है। नोएडा में खुले नाले गाय गिरी गई। 20-30 मिनट नाले में पड़ी रही। इसके बाद नगर पालिका की टीम पहुंची। गाय को रस्सी के सहारे नाले से बाहर निकाला गया। आज पूर्वी यूपी और नेपाल बॉर्डर वाले 21 जिलों में जोरदार बरसात हो सकती है।
अगले 5 दिनों तक पूर्वी यूपी में बहुत भारी बारिश की चेतावनी है। वेस्ट यूपी में कहीं-कहीं ही बारिश या बादल गरजने और बिजली चमकने का पूर्वानुमान है। तापमान में और गिरावट आएगी। 11-12 जुलाई को पूर्वी यूपी में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।
पूर्वी यूपी में शिफ्ट हुआ मानसून बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर जीपी सिंह ने बताया- प्रदेश में मानसून ने अपना पैटर्न बदला है। अब पूर्वी यूपी में खासकर नेपाल बॉर्डर से सटे जिलों में शिफ्ट हो गया है। वेस्ट यूपी में अरब सागर की मानसूनी शाखा ने 10-12 दिन अच्छी बारिश कराई। लेकिन अब शाखा कमजोर हो गई।
पीलीभीत में बरखेड़ा क्षेत्र जलमग्न है। यहां एक गांव में पूरा परिवार छत पर फंसा था। इसकी सूचना गांव के लोगों ने प्रशासन को दी। एनडीआरएफ की टीम ने परिवार का रेस्क्यू किया है। बुलंदशहर के शिकारपुर में मंगलवार को मां भगवती इंटर कॉलेज की बस 3 फीट गहरे पानी और कीचड़ में फंस गई।