मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ को 60 वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण और विधि विधान से हवन किया।
कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, जिसे पूर्व में मेरठ विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता था, की स्थापना एक जुलाई 1965 में हुई थी। यह उत्तर प्रदेश के प्रमुख शैक्षिक संस्थानों में से एक है और अपने समृद्ध इतिहास और शैक्षिक गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है। विश्वविद्यालय ने देश को कई प्रमुख नेता, न्यायाधीश, खिलाड़ी और मंत्री दिए हैं।
प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक, इस विश्वविद्यालय के विद्यार्थी विभिन्न उच्च पदों पर आसीन हो चुके हैं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का कैंपस अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें प्रमुख लाइब्रेरी, अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, और विभिन्न शैक्षिक विभाग शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर स्थित योग विज्ञान विभाग द्वारा नित्य निशुल्क प्रयोगशाला का आयोजन भी किया जा रहा है जिसमें शिक्षक, कर्मचारी, छात्र छात्राओं के अतिरिक्त शहरी नागरिक भी स्वास्थ्य लाभ उठा रहे हैं।
कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में लाखों पुस्तकें और शोध पत्रिकाएं उपलब्ध हैं जो विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए अमूल्य संसाधन हैं। विज्ञान और तकनीकी विभागों के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं हैं जो अनुसंधान और विकास में सहायता प्रदान करती हैं। विश्वविद्यालय के पास उत्कृष्ट खेल सुविधाएं हैं और यहां के खिलाड़ी राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और राज्य स्तर पर विश्वविद्यालय का नाम रोशन कर चुके हैं।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। विश्वविद्यालय ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन और सेमिनार आयोजित किए हैं, जिससे विद्यार्थियों और फैकल्टी को नए विचारों और शोध कार्यों से जुड़ने का अवसर मिला है। विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने विभिन्न प्रतिष्ठित जर्नल्स में शोध पत्र प्रकाशित किए हैं, जिससे विश्वविद्यालय की शैक्षिक प्रतिष्ठा और बढ़ी है।
विश्वविद्यालय ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए कई प्रशस्ति पत्र और सम्मान प्राप्त किए हैं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने कई अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के साथ सहयोग स्थापित किया है, जिससे विद्यार्थियों और फैकल्टी को वैश्विक स्तर पर शिक्षा और अनुसंधान के अवसर प्राप्त हुए हैं। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने विश्वविद्यालय के भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के मानकों को और ऊंचा उठाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। आने वाले वर्षों में अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने की दिशा में कार्य किया जाएगा। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ अपने छात्रों और फैकल्टी के निरंतर प्रयासों से शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। स्थापना दिवस के इस अवसर पर हम सभी को गर्व है कि हम इस महान शैक्षिक संस्था का हिस्सा हैं और इसके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।विश्वविद्यालय की इन उपलब्धि पर हम सभी को गर्व है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की पूरी टीम, विद्यार्थी और पूर्व विद्यार्थी इस महान अवसर पर एक साथ मिलकर विश्वविद्यालय की शैक्षिक और सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस अवसर पर कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा, साहित्यिक संस्कृत परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर विग्नेश कुमार त्यागी ,प्रोफेसर अतवीर सिंह ,प्रोफेसर आलोक कुमार,डॉ जमाल अहमद सिद्दीकी ,प्रोफेसर संजीव कुमार, डॉक्टर दुष्यंत चौहान ,डॉक्टर सचिन कुमार ,डॉक्टर गुलाब सिंह रहल, डॉ जितेंद्र सिंह, डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार, इंजीनियर प्रवीण कुमार, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता ,इंजीनियर मनीष मिश्रा ,इंजीनियर मनोज कुमार, डॉक्टर ओमपाल शास्त्री मौजूद रहे।