मेरठ। जाटव और वाल्मीकि समाज में जमकर लाठी-डंडे चले। घर में घुसकर एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मामले में आक्रोशित ग्रामीणों ने रात को थाने में घेराव किया। देर रात तक हंगामा होता रहा। ग्रामीणों की मांग करते हुए कहा- जल्द से जल्द पुलिस की गिरफ्तारी की जाए। सुबह एक बार फिर लोगों ने हंगामा किया। युवक की लाश रखकर लोग नारेबाजी कर रहे हैं। मेरठ में यह हिंसा हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के रठौरा खुर्द गांव में हुई। हस्तिनापुर बसपा के विधानसभा अध्यक्ष बृजपाल सिंह कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे। देर रात पुलिस ने पीड़ित पक्ष की तहरीर पर 6 आरोपियों को नामजद किया। इनके खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया। साथ ही 3 आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। बच्चों के झगड़े में जाटव और वाल्मीकि समाज के लोग आमने-सामने आ गए। पहले कहासुनी हुई, फिर लाठी-डंडे चले। इसके गोली चल गई और एक युवक की मौत हो गई। वाल्मीकि समाज के लोगों ने हंगामा शुरू हो गया। पथराव किया। कई गाड़ियां तोड़ दीं। बवाल की सूचना पर अफसर मौके पर पहुंचे। 3 थाने की फोर्स पहुंची, लेकिन भीड़ कंट्रोल नहीं हुई। इसके बाद च्।ब् बुलाई गई है। घटना के बाद मृतक के परिजन देर शाम थाने के बाहर पहुंचे। यहां पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उनके साथ ग्रामीण भी रहे। परिजनों का कहना है कि जब तब आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, हम शांत नहीं बैठेंगे। ग्रामीण थाने पर हंगामा करते रहे। इसमें महिलाएं भी थीं। मांग थी कि मृतक के परिवार को आर्थिक मदद और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए। जब ग्रामीण शांत नहीं हुए तब एसडीएम अंकित कुमार ने पीड़ितों को आर्थिक मदद का आश्वासन भी दिया है। महिलाओं को समझाने के बाद घर छुड़वाया। बेटी ने कहा- हमारे पापा को लाए, नहीं तो हम भी मारेंगे तस्वीर मृतक सोनवीर उसकी बड़ी बेटी अनु की है तस्वीर मृतक सोनवीर उसकी बड़ी बेटी अनु की है मृतक युवक की पहचान सोनवीर (50) के रूप में हुई है। उनकी बेटी अनु ने कहा- जब बवाल हुआ, तब मेरे पापा-मम्मी घर पर थे। सब लोग रोटी खा रहे थे। हम चाचा रविंद्र और चाची शर्मिष्ठा के घर जाने वाले थे, तभी कुछ लोग आए, मेरे पापा को पीटने लगे। उन्हें गोली मार दी। फिर भाग गए। हम लोग डरे हैं। मेरे पापा को जिंदा करके लाए, नहीं तो हम लोग भी इन्हें मारेंगे। सोनवीर फर्नीचर बनाने का काम करता था। घर में उसकी पत्नी हेमलता और चारों बच्चे बेटियां अनु, वर्षा और दोनों बेटे शिवा और सागर थे। एसएसपी विपिन ताडा ने बताया- गांव वालों को समझकर शांत कर दिया गया है माहौल शांत है। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है, 3 आरोपियों को अरेस्ट भी किया जा चुका है।