सहारनपुर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित 40वें वार्षिक मेडिकल सेमिनार मंे विशेषज्ञ चिकित्सकों ने रोबॉर्ट सर्जरी समेत फेफड़ों की सर्जरी और फेफड़ों के प्रत्यारोपण में आने वाली जटिलताओं पर विस्तार से व्याख्यान दिया और फेफड़े के कैंसर से बचने के उपाय बताए। इस दौरान चिकित्सकों ने जिलाधिकारी के समक्ष डॉक्टरों का पंजीकरण पांच साल में एक बार और पंजीकरण को सरल किए जाने की मांग भी प्रमुखता से उठायी।
देहरादून रोड स्थित एक पैलेस में आईएमए द्वारा आयोजित मेडिकल सेमिनार का शुभारंभ जिलाधिकारी डा.दिनेश चंद्रा, महापौर डॉ.अजय सिंह, आईएमए अध्यक्ष डॉ.कलीम अहमद, मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डॉसुधीर राठी, यूपी स्टेट प्रेसिडेंट डॉ.बबीता गुप्ता ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। इस दौरान आईएमए की स्मारिका का विमोचन डॉ.विकास अग्रवाल, डॉ.सौम्या जैन, डॉ.रजनीश दहूजा, डॉ.प्रवीण शर्मा, रविकांत निरंकारी, डॉ.अनुपम मालिक आदि ने किया। इस अवसर पर आईएमए अध्यक्ष डॉ.कलीम अहमद ने नर्सिंग होम्स और डॉक्टर्स पर लगने वाले नए-नए कानूनों से प्रशासन से छूट की मांग रखी और कहा कि डॉक्टर्स का पंजीकरण पांच साल में एक बार होना चाहिए ना की प्रतिवर्ष। इससे डॉक्टर्स का उत्पीड़न हो रहा है और पंजीकरण सरल किया जाना चाहिए।
जिलाधिकारी ने चिकित्सकों का उत्साह वर्धन किया और अपनी लिखि किताब काल प्रेरणा के कुछ अंश भी सबके साथ साझा किए। उन्होंने डॉक्टर्स को कोरोना वारियर कहते हुए भविष्य में भी एक योद्धा की तरह ही समाज को बीमारियों से बचाने के लिए कार्यशील रहने की प्रेरणा दी। मेयर डॉ.अजय सिंह ने कहा कि कानून सभी के लिय एक समान है और चिकित्को के ऊपर भी नर्सिंग होम्स के जो कानून है, वो सभी की भलाई के लिए ही है। यदि उनसे किसी का शोषण होता है तो शासन-प्रशासन हर संभव मदद के लिए हमेशा तैयार है। देहरादून के हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ.पुनिश सदाना और दिल्ली से आए कार्डियोलोजिस्ट डॉ.केके सेठी ने हाई ब्लड प्रेशर की नई इलाज और दवाओ की जानकारी दी और मरीजों को धूम्रपान और नशे से बचकर योग को भी जीवन में अपनाने की सलाह दी।
महंत इंद्रेश अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ और प्रिंसिपल डॉ.उत्कर्ष शर्मा ने मलेरिया के दवाओ और नई वैक्सीन के बारे में जानकारी दी। देहरादून के डॉ.ज्योति रैना और डॉ.दीपक गर्ग ने रोबॉटिक सर्जरी पर व्याख्यान दिया और इसके अनेकों फायदे बताए। इस दौरान डॉ.केके पंडिता ने चक्कर आने की बीमारी वर्टिगो के बारे में बताया।
मेरठ से आए डॉ.अमिताभ गौतम ने डायबिटीज की दवाई अल्ट्रा लॉन्ग इन्सुलिन डेगलू डेक के बारे में बताया। मुबई से आए रेडियोलॉजिस्ट डॉ.उत्कर्ष नोसरान ने गर्भ में शिशु के दिमाग की नसों की जांच कैसे करे इसके बारे में जानकारी दी। डॉ.प्रमोज जिंदल ने फेफड़ों की सर्जरी और फेफड़ों के प्रत्यारोपण में आने वाली जटिलताओं और विस्तार से व्याख्यान दिया और फेफड़े के कैंसर से बचने के उपाय बताए।
कार्यक्रम में डॉ.रजनीश दहूजा, डॉ.हिमाशु मेहता, डॉ.नरेश नोसरान, डॉ.रिक्की चौधरी, डॉ.मनदीप सिंह,डॉ.मोहन सिंह,डॉ.मोहन पांडे, डॉ.राजेश शर्मा, डॉ.अनिता मलिक, डॉ.सीमा अग्रवाल, डॉ.नूतन उपाध्याय, डॉ.श्वेता अग्रवाल, डॉ.ननिता चंद्रा, डॉ.रेणु शर्मा, डॉ.इंदिरा सिंह, डॉ.इंदिरा भार्गव,डॉ.शोभा सैनी, डॉ.पूनम मखीजा, डॉ.रंजू चौधरी,डॉ.शरद अग्रवाल,डॉ.राजेश शर्मा, डॉ.सुभाष सहगल, डॉ.अजय सहगल, डॉ.शरद अग्रवाल, डॉ.अग्रवाल, डॉ.प्रशांत खन्ना, डॉ.शशिकांत सैनी, डॉ.सी एम कमाल, डॉ.आर के शर्मा, आदि उपस्थित रहे।