मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सर छोटू राम अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के कंप्यूटर साइंस तथा एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 6 दिवसीय एफडीपी का समापन हुआ यह एफडीपी 6 दिनों तक ऑनलाइन मोड में लगभग 1000 शिक्षक प्रतिभागियों को द रिसेंट ट्रेंड्स आफ बिग डाटा एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन द फील्ड ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड एग्रीकल्चर इंजिनियरिंग विषय पर जागरूक करती रही।
एफडीपी के दौरान देश भर के लगभग 13 विश्वविद्यालय से कुलपति अथवा प्रोफेसर्स ने उक्त विषय पर अपने विचार रखें तथा भविष्य की टेक्नोलॉजी के नुकसान फायदे गिनाए। आज एफडीपी के अंतिम दिन के प्रथम सत्र में कठुआ केंपस, यूनिवर्सिटी ऑफ जम्मू के प्रोफेसर डॉक्टर सौरभ शास्त्री ने अपने व्याख्यान के दौरान मशीन लर्निंग का कृषि पद्धतियों पर प्रभाव विषय पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि किस प्रकार कृषि में विशेष प्रकार से मशीन लर्निंग तकनीक और डाटा प्रोसेसिंग के चरणबद्ध अनुप्रयोग से उत्पादकता में वृद्धि होगी। वहीं दूसरे सत्र में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के प्रोफेसर सुयश भारद्वाज ने एग्रीकल्चर में कृत्रिम बुद्धिमता अर्थात आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अनुप्रयोग बताया उनके अनुसार कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के संक्षिप्त इतिहास, कृषि उद्देश्यों और वास्तविक जीवन आधारित मॉड्यूल पर प्रकाश डालते हुए कृषि में रोबोट के महत्व पर भी चर्चा की। एफडीपी समापन सत्र में एमएसडी विश्वविद्यालय , बीकानेर,राजस्थान के कुलपति प्रो मनोज दीक्षित ने मुख्य अतिथि के रूप में भारत के किसान और कृषि दोनों को ए आई पर आधारित होना बताया।
संस्थान के निदेशक प्रो नीरज सिंघल तथा एफडीपी के संयोजक इंजीनियर मिलिंद, सह संयोजक जे आर बैंथम ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। एफडीपी मे स्वाति अग्रवाल, ऋतु शर्मा, स्वाति सिंह, मोनिका गौड़, शोभित सक्सेना, रूपल चौधरी, नीलम ,विजय ,अमित शर्मा, जी एस कांत,कवि भूषण , गौरव त्यागी,आशीष ,विकल, हरि गोस्वामी , प्रवीण कुमार इत्यादि का सहयोग रहा।
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November 20, 2024