
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा नैदानिक सभागार, पशु चिकित्सा महाविद्यालय में पुनर्वास महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित प्रथम बैच प्रशिक्षणार्थी सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरण एवं दयाल ग्रुप द्वारा प्रायोजित सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं प्रगतिशील कृषकों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि सूर्य प्रताप शाही,मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान, उत्तर प्रदेश ने प्रशिक्षणार्थी सैन्य कर्मियों को प्रमाण पत्र वितरित किये तथा दयाल ग्रुप द्वारा प्रायोजित सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं प्रगतिशील कृषकों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि आज का यह अवसर विश्वविद्यालय के लिये स्वर्णिम दिन है जब हम देश के सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षित कर उन्हे दक्ष बनाने में सहयोग कर रहे है। मैं विश्वविद्यालय को इस पुनीत कार्य के लिये बधाई देता हूँ। पुरस्कार प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रो एवं प्रगतिशील कृषकों को बधाई एवं दयाल ग्रुप को इस प्रायोजन हेतु धन्यवाद । उन्होंनेे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार कृषकों के हित में नये -नये कार्यक्रम ला रही है। जिससे कृषकों की आय में वृद्धि हो सके। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. के.के. सिंह ने अवगत कराया कि राज्यपाल उ०प्र० और विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की गरिमामयी उपस्थिति में पुनर्वास महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के महानिदेशक एवं विश्वविद्यालय ने समझौता ज्ञापन पर 4 सितम्बर, 2024 को अनुबन्ध हस्ताक्षर किए जिसके अन्तर्गत सेवानिवृत्त हो रहे सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों को विश्वविद्यालय प्रशिक्षित करेगा। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ इस तरह के अनुबंध पर हस्ताक्षर करने वाला देश का प्रथम कृषि विश्वविद्यालय हैं। कैप्टन विकास गुप्ता, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद, लखनऊ ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षणों के आयोजनो से हमारे सेवानिवृत्त हो रहे सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी सेवानिवृत्त होने के बाद राष्ट्र की सेवा एक कुशल उद्यमी के रूप में करेंगे। जो कि विकसित भारत मिशन में एक अच्छा प्रयास कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि लेफ्टीनेंट कर्नल जयदीप सिंह पुनर्वास महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने सम्बोधन में कहा कि कौशल उन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदेदश्य है कि सेवानिवृत्त हो रहे सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी प्रशिक्षण उपरान्त स्वरोजगार के लिए छोटी इकाइयां स्थापित कर सकें। अभय कुमार, अध्यक्ष दयाल ग्रुप ने अपने सम्बोधन में कहा कि दयाल ग्रुप एवं विश्वविद्यालय के मध्य हुये अनुबन्ध के परिपालन में 3 सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं 6 प्रगतिशील कृषकों को नगद ईनाम एवं ट्राफी से सम्मानित किया गया।
डा. डी.के. सिंह, पाठ्यक्रम समन्वयक ने 21 दिवसीय प्रशिक्षण के विषय में विस्तार से बताया एवं इस अवसर पर प्रशिक्षार्थियों हेतु लिखित पुस्तक कुक्कुट पालन का माननीय मंत्री जी एवं अन्य गणमान्य अतिथियों से विमोचन कराया। कार्यक्रम में दयाल ग्रुप एवं सरदार, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ के मध्य हुए समझौता ज्ञापन के अन्तर्गत विश्वविद्यालय कार्यक्षेत्र के 03 सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों कमशः अमरोहा, शाहजहाँपुर एवं सम्भल को 21000-21000, की धनराशि पुरस्कार के रूप में प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 06 प्रगतिशील कृपकों क्रमशः श्री जगदीश सिंह चौहान, हापुड़, श्री राकेश सिरोही, बुलंदशहर, श्रीमती, चंचल शांडिल्य, गौतमबुद्धनगर, सुश्री शुभावरी चौहान, सहारनपुर, श्री ऋतुराज सिंह, बिजनौर, श्री राकेश कुमार, भुजपफरनगर को 11000-11000 रूपये की धनराशि एवं सम्मान प्रमाण पत्र दयाल ग्रुप की तरफ से प्रायोजित किया गया हैं। कार्यक्रम के अन्त में डा.पी.के. सिंह, निदेशक प्रसार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में कुलसचिव, वित्त नियंत्रक महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निर्देशक शोध, समस्त विभागाध्यक्ष, के.वी.के. प्रभारी एवं प्रसार निदेशालय के डा.पी.के. सिंह, डा. सर्वेश कुमार लोधी, डा. एस.के० त्रिपाठी, डा. हरीओम कटियार एवं वी.पी. सिंह उपस्थित रहे ।