मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय में चल रहे दीक्षारंभ कार्यक्रम के दूसरे दिन की शुरुआत शारीरिक और मानसिक सशक्तिकरण के साथ हुई। दिन की शुरुआत विश्वविद्यालय की योग शिक्षिका डॉ. नेहा त्यागी द्वारा आयोजित योग और जुम्बा सत्र से हुई, जिसमें छात्रों ने नई ऊर्जा का संचार किया और स्वस्थ जीवनशैली का महत्व समझा। इसके पश्चात, दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. प्रभात कुमार झा ने नेतृत्व, नवाचार, और सहयोग के महत्व पर एक प्रेरक व्याख्यान दिया। उन्होंने छात्रों को अपनी वैल्यूज के आधार पर अपने भविष्य को कैसे दिशा देनी है, इस पर मार्गदर्शन किया। डॉ. झा ने छात्रों के साथ गहरे स्तर पर संवाद स्थापित किया, जिससे वे पूरी तरह से प्रेरित और सशक्त महसूस कर सके।
सत्र में उद्योग विशेषज्ञों के साथ इंडस्ट्री कनेक्ट कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों को भविष्य की करियर प्रवृत्तियों और बदलते रोजगार बाजार की जानकारी दी गई। इस सत्र में अपने अपने क्षेत्र के वक्ताओं ने अपने अनुभव और ज्ञान साझा किए। लेफ्टिनेंट जनरल फिलिप कैंपोस (सेवानिवृत्त), जो भारतीय सेना के 35 वें उप प्रमुख रह चुके हैं, ने अपने अनुभवों के आधार पर बताया कि चाहे कितनी भी कठिनाइयां क्यों न आएं, रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाकर वर्तमान नौकरी में उच्चतम स्तर तक कैसे पहुंचा जा सकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बार-बार संगठनों को बदलना किसी समस्या का समाधान नहीं है। इसके बजाय, कौशल वृद्धि, दृढ़ संकल्प, और मजबूत चरित्र का निर्माण ही सफलता की कुंजी है।
राकेश कोहली, चेयरमैन स्टैग इंटरनेशनल, ने अपने विराट अनुभव के आधार पर बताया कि अपने सपनों को देखना और उन पर विश्वास रखना ही आपको अपने करियर की ऊंचाइयों तक ले जा सकता है। प्रो देवेंद्र नारायण निदेशक कॉर्पोरेट रिलेशन ने छात्रों को संबोधित करते हुए अपने इंटरैक्टिव सत्र मे टीम और नेतृत्व के निर्माण पर चर्चा की। उन्होंने समझाया कि एक नेता कौन होता है और एक प्रभावी टीम कैसे बनती है। उनके सत्र ने छात्रों को टीमवर्क और नेतृत्व के गुणों को विकसित करने के महत्व पर गहन दृष्टिकोण प्रदान किया। इन सभी सत्रों ने छात्रों के लिए न केवल प्रेरणा का स्रोत बने, बल्कि उनके करियर के पथ को भी स्पष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम ने छात्रों को उद्योग से जुड़ने और महत्वपूर्ण संबंध स्थापित करने का एक अनूठा मंच प्रदान किया। इसके बाद, छात्रों को डिजिटल मार्केटिंग, कोडिंग, क्रिएटिव राइटिंग, और पब्लिक स्पीकिंग के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई, जो उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक हैं। दूसरे दिन के कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों ने भी भाग लिया, जिन्होंने अपने करियर के अनुभव नए छात्रों के साथ साझा किए। इन पूर्व छात्रों में अंकुर गुप्ता (सीनियर क्लीनिकल एप्लिकेशन स्पेशलिस्ट, एलकॉम लैबोरेट्रीज), शुभम गोस्वामी (मैनेजिंग डायरेक्टर, एलिस सर्जिकल), तनिष्क चंद्र (एसोसिएट डेवलपर, क्राइप्टोनिया इंडिया प्राइवेट लिमिटेड), सृष्टि शर्मा (एप्लिकेशन स्पेशलिस्ट, विप्रो जी हेल्थकेयर), और अदिति भारद्वाज शामिल थे। इन सभी ने नए छात्रों के लिए अपने अनुभव और सीख साझा कर उन्हें प्रेरित किया।दिन का समापन शोभितयेन गोट टैलेंट प्रतियोगिता के साथ हुआ, जिसमें छात्रों ने अपनी छुपी हुई प्रतिभाओं और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
पैनल ऑफ जज ने छात्रों की अद्वितीय प्रतिभाओं को पहचाना और उन्हें सराहा। इस प्रतियोगिता ने छात्रों के भीतर की रचनात्मकता और कौशल को उजागर करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों एवं छात्रों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।