मेरठ। राष्ट्रीय जाटव महासंघ के बैनर तले पीड़ित परिवार के लोगों ने 7 दिनांे से गायब प्रिंस की बरामदी को लेकर एसएसपी आफिस पर प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय जाटव महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेमपाल गौतम ने पीड़ित को साथ लेकर एसएसपी रोहित सिंह सजवाण को घटना से अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि थाना सरधना अंतर्गत गांव कुलंजन में 15 मई की शाम प्रिंस पुत्र रायसिंह, उम्र 15 वर्ष को गांव के ही दोस्त कालू पुत्र सुभाष, दीपू पुत्र महिपाल व अजुबर पुत्र बिलाल घर से बुलाकर अपने साथ ले गये थे। शाम होने तक जब प्रिंस घर वापस नही लौटा तो परिजनों ने आसपास तलाश शुरू कर दी।
प्रिंस का कोई सुराग ना मिलने पर परिजनो ने तीनों दोस्तों से पूछताछ की गई तो उन्होंने भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। अगले दिन प्रिंस के पिता रायसिंह अपने पुत्र की रिपोर्ट दर्ज कराने सरधना थाने गया। पुलिस को आपबीती सुनाने पर तीनों दोस्तों के नाम बताने पर भी पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर दी। आरोप है कि थाने से बुरा भला कहकर बाहर निकाल दिया। अगले दिन दरोगा दुष्यंत कुमार गांव में तफ्तीश करने आये थे। लेकिन विपक्षीगणों के दबाव में आकर तफ्तीश दरोगा दौलतराम को दे गयीं। उसके बाद दरोगा दौलतराम ने उल्टे ही पीड़ितों को प्रिंस के मारने के केस में हवालात में बन्द करने की धमकी देकर थाने से भगा दिया। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने तुरंत सी ओ सरधना से फोन पर वार्तालाप कर प्रिंस को कल तक टीम गठित कर बरामद करने का निर्देश दिया।
इस मौके पर डॉ. अशोक महलका, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, एम.पी. गौतम,राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी, देवेन्द्र बौद्ध, महानगर अध्यक्ष, पार्षद सुखपाल निम्मी, रायसिंह, रामकरण, लालसिंह, सतीश कुमार, नीतिन कुमार, संजू, बबलू, अर्जुन, सीताराम, गौरव, बिल्लू, मुन्नी,दया, मोनिका, कविता, सुमन, किशनवती, नेहा रहे।