सहारनपुर। भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि सहारनपुर मंडल की चीनी मिलों पर 850 करोड रुपए गन्ना भुगतान अभी भी बकाया है और सहारनपुर जिले की चीनी मिलों पर भी अभी तक 210 करोड रुपए गन्ना भुगतान बकाया है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द किसानों का बकाया मूल्य भुगतान करंे, अन्यथा चीनी मिल मालिकों को जेल में डालने का काम करें।
भगत सिंह वर्मा आज यहां पेपर मिल रोड स्थित कार्यालय आयोजित कार्यकर्ताओं की बेठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों से गन्ना भुगतान न मिलने के कारण गन्ना किसान भारी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं और एक-एक रुपए को मोहताज हैं किसानों के पास गना धान अन्य फसलों में खर्च करने के लिए भी पैसे नहीं है।
चीनी मिलों से लाभकारी गन्ना मूल्य न मिलने के कारण और समय से गन्ना भुगतान न होने के कारण गन्ना किसानों का गने से मोहभंग हो गया है। मंडल और जिले में गने का रकबा घट रहा है। समय से गने का भुगतान चीनी मिलों से न होने और गने का लाभकारी मूल्य न मिलने के कारण भाजपा की प्रदेश सरकार गन्ना विभाग और चीनी मिल मालिक सीधे-सीधे जिम्मेदार हैं जिनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कहा कि सरकार और जिला प्रशासन पशुपालन विभाग आवारा व छुटटा पशुओं को पकड़ कर गौशाला में भिजवाने का कार्य करें जिससे किसानों की फसलों को बचाया जा सके।
राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ.अशोक मलिक ने कहा कि गन्ना किसानों को समय से भुगतान न करने वाली चीनी मिलों के मालिकों को सरकार जेल में डालें और गन्ना किसानों को ब्याज का भुगतान भी कराये। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल, प्रदेश सचिव ऋषिपाल गुर्जर, महानगर अध्यक्ष मौहम्मद जहीर तुर्की, सुरेंद्र सिंह एडवोकेट, मुकर्रम प्रधान अब्दुल, जोगिंदर सिंह, सतीश दरोगा, अजीत सिंह, नरेश कुमार,हरपाल सिंह, रविंद्र प्रधान आदि मौजूद रहे। संचालन प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने किया।