मोदीपुरम। रूडकी रोड शोभित यूनिवर्सिटी के इनोवेशन काउंसिल एवं नाइस स्कूल ऑफ बिजनेस स्टडीज विभाग द्वारा संयुक्त रूप से ऑनलाइन मोड में बिजनेस मॉडल कैनवास पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य विभिन्न विषयों के शोधकर्ताओं को मूल्यवान अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना था।
कार्यशाला में मुख्य रूप से बिजनेस मॉडल कैनवास की व्याख्या, इसका इतिहास और बिजनेस रणनीति में इसकी प्रासंगिकता पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसके अलावा, कैनवास के नौ महत्वपूर्ण घटकों पर भी विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें ग्राहक खंड, मूल्य प्रस्ताव, चौनल, ग्राहक संबंध, राजस्व धाराएं, प्रमुख संसाधन, प्रमुख गतिविधियां, प्रमुख भागीदारी और लागत संरचना शामिल हैं।
सत्र का उद्घाटन प्रो. (डॉ.) जयानंद, प्रति कुलपति एवं डीन शोध, शोभित यूनिवर्सिटी ने किया। उन्होंने सफल व्यवसाय मॉडल के आवश्यक घटकों पर प्रकाश डालते हुए कहा, गतिशील बाजारों में मूल्य निर्माण के लिए हमें इन घटकों की गहरी समझ और कार्यान्वयन कौशल को आत्मसात करना चाहिए।
शोध विद्वान कार्तिकेय अग्रवाल ने कार्यक्रम का समन्वयन किया। अंबरीश द्विवेदी, ईशु वर्मा, रितिका मुखर्जी और गणेश कपाही कार्यशाला के मुख्य संसाधन व्यक्ति थे, जिन्होंने अपने अनुभव और ज्ञान से प्रतिभागियों को लाभान्वित किया। कार्यशाला के समापन पर, डॉ. निधि त्यागी, संयोजक आई.आई.सी और निदेशक स्कूल ऑफ कम्प्यूटेशनल साइंसेज एंड इंजीनियरिंग ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने वक्ताओं और प्रतिभागियों की सराहना करते हुए कहा, यह सत्र अद्भुत और जानकारीपूर्ण रहा। प्रतिभागियों ने न केवल बिजनेस मॉडल कैनवास के सैद्धांतिक पहलुओं को समझा, बल्कि इसे अपने व्यावसायिक संदर्भों में प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए व्यावहारिक कौशल भी हासिल किया।
इस कार्यशाला ने शोधकर्ताओं और उद्यमियों को अपने व्यवसाय मॉडल को मजबूत बनाने और बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त हासिल करने के लिए प्रेरित किया।
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November 22, 2024