मेरठ। कैंट बोर्ड के सिविल एरिया को नगर निगम में शामिल करने के प्रस्ताव पर कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने आपत्ति जताई हैं। उनका कहना है कि कैंट बोर्ड का प्रस्ताव अधूरा हैं।
प्रस्ताव में बंगला एरिया भी शामिल होना चाहिए। डीएम ने कमेटी को कैंट विधायक के सुझावों पर अवलोकन कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। कैंट के सिविल एरिया को नगर निगम में शामिल करने के लिए कैंट बोर्ड ने हस्तांतरण प्लान तैयार किया है। जिसमें 436.20 एकड़ भूमि नगर निगम को हस्तांतरित की जानी है। इस पर बसने वाली करीब 41078 आबादी नगर निगम में शामिल होगी।
1200 संपत्तियां नगर निगम में जाएगी। कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने डीएम को चिन्हित सिविल क्षेत्र का नक्शा दिखाते हुए हस्तांतरण प्रस्ताव के बारे में समझाया। दिल्ली रोड मेहताब सिनेमा से फैज आम इंटर कॉलेज तहसील, भैंसाली रोडवेज के पीछे होते हुए बेगमपुल तक, फिर बेगमपुल से होते हुए आबूनाला होते हुए मिस्टर टॉक की दुकान, कैंट बोर्ड रास्ते से पेट्रोल पंप होते हुए सेंट मेरीज एकेडमी के पीछे से राजबन फुटबॉल मैदान व काली माता मंदिर से रेस रोड तक पुलिस स्ट्रीट से होते हुए मेहताब सिनेमा तक इस बीच का समग्र सदर, राजबन, आबूलेन, बॉम्बे बाजार का आवासीय क्षेत्र नगर निगम में शामिल किया जाएगा। जबकि वेस्ट एंड रोड व माल रोड से जुड़े बंगले कैंट क्षेत्र मे रहेंगे।
कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने यह दिए सुझाव: सदर, रजबन, लालकुर्ती, तोपखाना वाला क्षेत्रफल तीन या चार पॉकिट के रूप में नगर निगम को दिया जाना प्रस्तावित हैं। जो गलत है, तोपखाना-आरए बाजार किसी भी दशा में नगर निगम की सीमा से जब तक नहीं आएगा, जब तक बंगला एरिया को प्रस्ताव में शामिल नहीं किया जाए। माल रोड को भी प्लान मे शामिल नहीं किया, जबकि कुछ बंगलों को छोड़कर सभी बंगलों में सिविलियन रहते हैं। यह मार्ग शहर से महानगर के उपनगर को जोड़ता है।