सहारनपुर। जिलाधिकारी डॉ.दिनेश चन्द्र द्वारा भूसा दान करने की अपील किसान गौशालाओं में पहुंचकर गौसेवा करने के साथ साफ-सफाई का कार्य भी कर रहे हैं। गौशालाओं में गोवंश के चारे की व्यवस्था के लिए किसानों में उत्साह दिखाई दे रहा है। अब तक किसानों ने 03 हजार से अधिक क्विंटल भूसा दान किया है।
जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने किसानों से भूसा दान करने की अपील की थी। इसके बाद किसानों ने भारी मात्रा में गोशाला में भूसा दान करना शुरू कर दिया है। इससे काफी हद चारे की दिक्कत दूर होगी। इसके साथ ही चारे के रूप में नेपियर की घास की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जनपद के विभिन्न गोवंश आश्रय स्थलों पर 2748 गोवंश संरक्षित है। इन गोवंशों को वर्ष पर्यान्त भरण-पोषण हेतु भूसा संरक्षित करना अति आवश्यक है। आमजन से अपील है कि निकटवर्ती गोवंश आश्रय स्थल पर अधिक से अधिक भूसा दान दें। 10 कुन्तल से अधिक भूसा दान करने वाले व्याक्तियों के नाम गोआश्रय स्थलों पर अंकित करायें जायेगें, ताकि उनसे प्रेरणा लेकर अधिक से अधिक भूसा गोआश्रय स्थलों पर संरक्षित हो सकें। जिलाधिकारी ने बताया कि किसानों द्वारा भारी मात्रा में भूसा दान किया जा रहा है। सम्बन्धित विभाग की ओर से भी भूसा खरीदा जा रहा है। इसके अलावा हरे चारे और चोकर की भी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रयास है कि कोई भी गोवंश भूखा न रहे। उन्होंने कहा कि भूसा दान देने वाले को सम्मानित करते हुए उनके नाम प्रत्येक वर्ष गौशालाओं पर लिखे जायेंगे। गांव चौराखुर्द निवासी किसान महक सिंह ने कामधेनु गोशाला देवबंद में सोमवार को 25 क्विंटल भूसा दान किया है। मंगलवार को ग्राम प्रधान राकेश ने स्वयं बलियाखेडी स्थित गडोला गौशाला में भूसा पहुंचाया और वहां पर साफ सफाई का कार्य भी किया। इसके अतिरिक्त अन्य कई किसानों ने भी भूसा दान करने के लिए विभाग से संपर्क किया है। डॉ.दिनेश चन्द्र ने संबंधित सभी अधिकारियों को कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में भूसा दान देने हेतु अधिक से अधिक .षकों को प्रेरित करें तथा दानदाताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाये। जिलाधिकारी ने निराश्रित गोवंश के भरण पोषण हेतु भूसा दान के लिए जनपद के सभी संभ्रान्त नागरिकों से अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता निभाने की अपील की। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से निराश्रित गौवंश के संरक्षण के लिए बेहतर से बेहतर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौशालाओं में संरक्षित गोवंशों हेतु भोजन एवं पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
इसके अतिरिक्त आज डीएम ने अपने आवास पर स्थित गौशाला में पल रहे गौवंश को गुड़ और हरा चारा खिलाया। वहां पर बन रहे गैराज और भूसा रखने की जगह पर कार्य कर रहे श्रमिकों को कड़ी मेहनत करते देखकर उनकी लगनशीलता की प्रशंसा करने के साथ उनको गुड़ खिलाकर प्रोत्साहित किया।