मेरठ। मई का महीना शुरू होते ही गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। गर्म हवाआंे ने शरीर को झुलसा कर दिखा है। इस गर्म हवाओं के थपेड़ों से हर कोई बेहाल है। आज साप्ताहिक अवकाश के चलते सड़कों पर पूरी तरह सन्नाटा छाया रहा। आवश्यक कार्य के लिए ही नागरिक घर से बाहर निकलते दिखाई दिए। उधर बच्चों के अभिभावकों ने प्रशासन से ग्रीष्मकालीन अवकाश करने की मांग की है।
मई माह में गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। दिन चढ़ते ही सूरज की तपिश से हर कोई बचना चाहता है। सड़कों पर भी गर्मी का असर पूरी तरह दिखाई देने लगा है। सुबह सात बजते ही सूर्य देवता आग बरसाना शुरू कर देते हैं। वहीं दोपहर के समय धूप की तपिश और गर्म हवाओं के थपेड़ों से हर कोई बेहाल हो उठता है। सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चला है। गर्मी के चलते लोग घरों में दुबके रहने पर मजबूर हो रहे हैं। भीषण गर्मी के इस मौसम में लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से बदल गई है। सुबह व शाम के समय ही अधिकतर लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। दोपहिया वाहन चालकों को सफर करने में परेशानी हो रही है, गर्मी से बचने के लिए लोग कपड़ों से लिपटे हुए नजर आते हैं। गर्मी ज्यादा होने के कारण उल्टी दस्त की बीमारियां भी बढ़ने लगी है। गर्मी बढ़ने के बाद ठंडे पेय पदार्थों की डिमांड बढ़ गई है।
बढ़ते तापमान से परेशान लोगों ने गर्मी से बचने के लिए कोल्ड ड्रिक, ठंडी लस्सी, गन्ना का जूस आइसक्रीम व अन्य पेय का सेवन कर रहे हैं। इस प्रचंड गर्मी में लोग नींबू का शरबत शिकंजी इत्यादि ठंडी चीजें पीकर शरीर को ठंडक प्रदान कर रहे हैं। दिल्ली रोड के दुकानदार स्वामी स्वीट्स के मालिक सोनू व पूजा अरोड़ा ने बताया की गर्मी का प्रकोप जारी है। गर्मी से लोग परेशान हो रहे है। उन्होने प्रशासन से मांग करी की भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूलो मे छुट्टी कर दी चाहिए। जिससे गर्मी सेे बच्चो का राहत मिल सके।