मोदीपुरम। दयावती मोदी अकादमी, मोदीपुरम, मेरठ में ‘मॉडल यूनाइटेड नेशंस कॉन्फ्रेंस 2024’ का भव्य एवं शानदार शुभारंभ विद्यालय की भूतपूर्व छात्रा ऋषिका सिंह के करकमलो द्वारा किया गया।
सर्वप्रथम माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर विद्यालय प्रार्थना के द्वारा ईश्वर से आशीर्वाद की कामना की गई।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर विद्यालय की डायरेक्टर, प्रधानाचार्या डॉ. ऋतु दीवान के द्वारा सम्मेलन की मुख्य अतिथि मीना अरोड़ा (भूतपूर्व वायु सेना अफसर, लेखिका और आर.सी.आई. द्वारा प्रमाणित साइकोलॉजिस्ट) तथा विक्रांत जावला (प्रसिद्ध गणितज्ञ, शिक्षा शास्त्री ,मोटिवेशनल स्पीकर और करियर काउंसलर को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर हार्दिक स्वागत किया गया।
सांस्कृतिक श्रृंखला के अंतर्गत विद्यालय के क्वायर ग्रुप द्वारा मधुर स्वर में गाए गए ‘जय जय हे महिषासुर मर्दिनी’ सुनकर सभी का रोम- रोम पुलकित हो गया, वहीं छात्राओं ने
मनमोहक परिधान पहनकर ‘गरजत आई रे बदरिया।
कारे- कारे अति मतवारे, बूंद-बूंद बरसाई रे, के बोल पर सामूहिक भाव-प्रवण नृत्य के द्वारा गर्मी में बरसात का एहसास कराया। इस सम्मेलन में मेरठ एवं आसपास के प्रतिष्ठित विद्यालयों के लगभग 350 प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।
एम.यूएन. में विभिन्न विषयों से संबंधित दस समितियां बनाई गईं, जिनमें छात्रों ने रुचियों एवं अध्ययन के आधार पर विषयों का चयन किया। प्रत्येक समिति के प्रतिभागियों ने अपने-चयनित विषयों पर तर्क- वितर्क करते हुए विचार प्रस्तुत किए।
गेस्ट ऑफ ऑनर विक्रांत जावला ने कहा कि पहले हमें स्वयं को बदलना है फिर साकार होगा सपना। आज की युवा पीढ़ी आगे बढ़ना चाहती है इसलिए सभी को धरातल पर कार्य करना चाहिए। उन्होंने तीन बातों पर इंगित करते कहा कि ‘फोकस ओन योर पर्सनैलिटी, लीडरशिप एवं नेट वर्किंग के द्वारा वैश्वीकरण के इस दौड़ में हम बहुत ऊंचा मुकाम हासिल कर सकते हैं।
उन्होंने इस कार्यक्रम को विस्तार देने वाली दयावती मोदी अकादमी की भूतपूर्व छात्राओं एमयून की जनरल सेक्रेटरी ऋषिका सिंह सहित नंदिनी वर्मा आदि का हार्दिक धन्यवाद एवं आशीर्वाद प्रदान किया।ऋषिका सिंह ने प्रधानाचार्या डॉ. ऋतु दीवान एवं विद्यालय प्रबंधन का धन्यवाद दिया ।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में संस्कारों को प्राथमिकता इसलिए दी गई है ताकि हमारे विचार उच्च बने। यदि सोच अच्छी होगी । तो हम स्वतः ही महान बनेंगे। उन्होंने कहा कि कौशल और नए विचार प्रत्येक व्यक्ति की उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
डीएमए की पूर्व छात्राओं – ऋषिका सिंह, नंदिनी वर्मा, सरगम ने सभी छात्र-छात्राओं ने इस भव्य सम्मेलन का सफल आयोजन करने में विशिष्ट
भूमिका किया।
जशहर कौर एवं नायशा चौधरी ने सुंदर मंच संचालन किया। सत्र के अंत में सभी प्रतिभागियों के मनोरजन के लिए डीजे की व्यवस्था की गई।