जिला अस्पताल में पानी की कमी से होने वाली बीमारी वाले मरीजों की बढ़ रही संख्या ।
मेरठ। अप्रैल का पहला सप्ताह और पारा 37 डिग्री के करीब पहुंच गया। तापमान बढ़ने के साथ बीमारियों ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। जिला अस्पताल के साथ-साथ प्राइवेट चिकित्सको के यहां मरीज आने शुरू हो गए हैं। बच्चों से लेकर बढ़ों तक में पानी की कमी शुरू हो गई है।
अप्रैल की शुरुआत से ही पारे ने ऊंचाइयों को छूना शुरू कर दिया है। रोजाना पारा बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ बीमारियों की आमद भी शुरू हो गई है। लोगों में प्याज की शिद्दत बढ़ गई है, वहीं पानी की कमी भी होने लगी है। मच्छरों ने भी लोगों के मुसीबत खड़ी करने शुरू कर दी है। मच्छरों की रोकथाम के लिए नगर निगम ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। ऐसे में मलेरिया के पांव पसारने की आशंकाएं भी बढ़ गई हैं। जिला अस्पताल में उल्टी दस्त, गैस, बदहजमी, चक्कर, सिरदर्द, शरीर में कमजोरी और पानी की कमी के मरीजों में बढ़ोतरी होने लगी है। जिला अस्पताल की ओपीडी में जहां बड़ी संख्या में मरीज उक्त बीमारियों के पीड़ित पहुंचे वहीं कुछ मरीज इमरजेंसी वार्ड में उपचार करते देखे गए। बच्चों से लेकर बढ़े लोग तक अस्पताल में चिकित्सकों के पास नजर आए।
इसके अलावा प्राइवेट चिकित्सकों के यहां भी उक्त बीमारियों से ग्रसित लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है। जहां कंसलटेंट फिजीशियन के यहां मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। वहीं, बाल रोग विशेषज्ञों के यहां भी मरीजों की भीड़ बढ़नी शुरू हो गई है। चिकित्सक मरीजों का खाने पीने में एहतियात बराने की सलाह दे रहे हैं।